'जश्न-ए-बहारां', 'अर्जियां', 'कुन फाया कुन' व 'तू ही हकीकत' जैसे मधुर गीतों के गायक जावेद अली का मानना है संगीत हर रूप में अच्छा है, लेकिन मधुर संगीत हमेशा सदाबहार होता है.
अली शनिवार को सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में गुंजन फाउंडेशन के साथ एक संगीत संध्या 'दस्तक-ए-दिल' में भाग लेने आए हैं। यह कार्यक्रम वंचित छात्रों को समर्पित है.
देश में मौजूदा संगीत परिदृश्य पर अली ने आईएएनएस से कहा, 'नई प्रतिभाओं को देखकर खुशी होती है. उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच मिल रहा है. बीते दस सालों में हम देख सकते हैं कि संगीत में अच्छा बदलाव आया है.' अली का मानना है कि संगीत बेहतर हो रहा है.
उन्होंने कहा, 'मधुर संगीत अधिक आ रहा है और श्रोता इसकी प्रशंसा कर रहे हैं. मैं एक अलग शैली में गाना चाहूंगा क्योंकि श्रोता अलग व नए तरह का संगीत पसंद करते हैं. संगीत हर रूप में अच्छा हैं लेकिन मधुर संगीत हमेशा जीवंत रहेगा.