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एक और प्रोडक्शन हाउस ने लगाया आरोप, फ‍िर मुसीबत में पड़ी प्रेरणा अरोड़ा

जॉन अब्राहम की मच अवेटेड फिल्म 'परमाणु्' की मुसीबतें रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं. सबसे पहले इस फिल्म के लिए मुसीबतें खड़ी कीं प्रेरणा अरोड़ा के प्रोडक्शन हाउस कृअर्ज एंटरटेनमेंट ने. वित्तीय संकट से जूझ रहे इस प्रोडक्शन हाउस ने फिल्म के प्रमोशन में भी जॉन का कोई साथ नहीं दिया. इंडस्ट्री की कई हस्तियों के साथ भी इस प्रोडक्शन हाउस के सम्बन्ध बिगड़ते दिख रहे हैं.

अब हाल ही में खबर आई है कि इस प्रोडक्शन हाउस ने जॉन अब्राहम की फिल्म 'परमाणु' के लिए एक बड़ी राशि के साथ-साथ इस फिल्म पर अपने राइट्स का दावा ठोका है. कृअर्ज एंटरटेनमेंट फिलहाल मौद्रिक मुद्दों की वजह से अभिनेता और निर्माता जॉन अब्राहम के जेए एंटरटेनमेंट के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में एक कड़वी कानूनी लड़ाई में मशरूफ है. वजह है फिल्म 'परमाणु' की रिलीज़ - जिसकी मेकिंग में कृअर्ज एंटरटेनमेंट ने भी को-प्रोड्यूसर की भूमिका निभायी थी.

यही नहीं, गोथिक एंटरटेनमेंट नाम का एक और प्रोडक्शन हाउस भी हाल ही में सामने आया है जो फिल्म के राइट्स अपने पास रखने का दावा करता है क्यूंकि इस प्रोडक्शन हाउस ने कृअर्ज एंटरटेनमेंट 17.25 करोड़ रुपए दिए थे. कृअर्ज एंटरटेनमेंट ने गोथिक एंटरटेनमेंट से यह पैसा लिए अपने बैनर तले बन रही कई फिल्मों में लगाने के लिए - जिनमें से एक 'परमाणु' भी है. गोथिक एंटरटेनमेंट ने, लिहाज़ा, कृअर्ज एंटरटेनमेंट के साथ साथ एस्सेल विज़न (ज़ी स्टूडिओज़), कीटा प्रोडक्शन और जेए एंटरटेनमेंट को नोटिस भेजा है - क्यूंकि ये सभी प्रोडक्शन हाउस "परमाणु" के को-प्रोड्यूसर्स हैं. नोटिस की एक कॉपी फिल्ममेकर वाशु भगनानी के पूजा एंटरटेनमेंट को भी भेजी गयी है, जिनके बारे में सुना गया है कि वो कृअर्ज एंटरटेनमेंट में 200 करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर रहे थे.

गोथिक एंटरटेनमेंट का प्रतिनिधित्व कर रही दिल्ली की एक लीगल टीम ने ये तमाम नोटिस भेज कर सबको चौंका दिया है और 'परमाणु' की इस लड़ाई में कोई भी पीछे हटने को राज़ी नहीं है. गोथिक एंटरटेनमेंट इससे पहले नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म "बाबूमोशाय बन्दूकबाज़" को को-प्रोड्यूस कर चुका है.

बीते द‍िनों खबर है कि फिल्म 4 मई को रिलीज ना होकर 25 मई को रिलीज होगी. क्रिआर्ज ने परमाणु की रिहाई के खिलाफ एक आदेश मांगा था, जिसमें अदालत ने प्रेरणा को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था. इसके बजाय अदालत ने सूचित किया कि अगर फिल्म प्रोडक्शन कंपनी परमाणु में अपने अधिकारों को सुरक्षित रखना चाहती है, तो उसे पूरे शेष राशि का भुगतान करना चाहिए. जेए एंटरटेनमेंट के लिए 6.5 करोड़ रुपये का बकाया है.

यह फिल्म 1998 में पोखरण में हुए परमाणु परीक्षण पर आधारित है, जब भारतीय जनता पार्टी के नेता अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे.

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