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ऋषि कपूर बोले, 'मुझे हीरो-हीरोइन के पिता का रोल नहीं करना है'

फिल्म 102 नॉट आउट का पिछले दिनों रिलीज़ हुआ था. फिल्म में ऋषि कपूर अमिताभ बच्चन के बेटे का किरदार निभा रहे हैं.कुछ समय पहले ऋषि ने अपने लुक से जुडी फोटो भी ट्विटर पर शेयर की थी और ये बताया था कि एक कठिन फिल्म कर रहा हूं,वो भी अपने फेवरेट बिग बी के साथ.अमिताभ की उम्र फिल्म में 102 साल की होगी जबकि ऋषि 75 साल के बुजुर्ग का केरैक्टर प्ले करेंगे. दोनों 26 साल बाद किसी फिल्म में साथ दिखेंगे.इनकी जोड़ी अमर अकबर एंथनी और अजूबा के दौरान जबरदस्त हिट रही थी.फिल्म को लेकर ऋषि कपूर ने आरजे आलोक से खास बातचीत की.

-ऋषि बोले, 'उमेश शुक्ला अच्छे डायरेक्टर हैं, वो थिएटर से हैं तो उन्हें फिल्म का अच्छा ज्ञान है, उन्हें जो भी चाहिए होते है वो पूरे मन से आराम से बता देते हैं कि उन्हें अंततः क्या चाहिए.'
-मुझे हीरो हीरोइन के पिता का रोल नहीं करना है , मुझे किरदार निभाना पसंद है. मेरी पूरी कोशिश रहती है की हरेक फिल्म में मेरा लुक अलग हो, और लोगों को कहीं से भी मैं ऋषि कपूर नजर ना आऊं. हाल ही में जब मैं 102 नॉट आउट का डांस कर रहा हूँ तो वहाँ भी उस किरदार में रमा हुआ हूँ.

-मैंने गाना तो कभी जिंदगी में नहीं गाया है लेकिन मुझे जब उमेश शुक्ला और अमिताभ जी ने मुझे गाने को कहा तो मैंने गाया क्योंकि वो उस किरदार की डिमांड थी. ये गाना फिल्म में बिल्कुल भी नहीं है. ये बस एक प्रोमोशनल सांग है. फिल्म में दो पुराने गानों को लिया गया है.

-अमिताभ बच्चन का अनुशासन मुझे बहुत पसंद है, वो महान एक्टर हैं. मैं खुद को आज भी एक स्टूडेंट मानता हूँ , हमने अभी तक 6 फिल्में साथ की हैं , अमित जी की कमाल की बात है की वो अपने किरदार के साथ फ़्लर्ट करते हुए उसमें पूरी तरह से तल्लीन हो जाते हैं .

-उन दिनों में सिर्फ लॉस्ट एंड फाउंड वाली फिल्में बनती थी , बचपन में लोग खो जाते थे और आखिर में मिल जाते थे ; या फिर उस समय लव स्टोरी या अमीर - गरीब वाले लड़की - लड़के की कहानियां बनती थी .आज सबकुछ बदल गया है. हमारे समय में रणबीर की बर्फी जैसी फिल्में नहीं चलती, उस समय की ऑडिएंस का मिजाज अलग था. पहले 45 -50 की उम्र में आर्टिस्ट रिटायर हो जाते हैं.

-केवल एक अच्छा एक्टर ही इस इंडस्ट्री में रह सकता है, ऑडियंस को सबकुछ पता है, आजकल लड़के एक्टिंग की जगह जिम करने जाते हैं, एक जिम का एक्टिंग से क्या लेना देना, शर्ट उतारना एक्टिंग नहीं होती, अमिताभ बच्चन ने कभी भी शर्ट नहीं उतारी, अमर अकबर अन्थोनी में उतारी भी तो उस किरदार को बखूब निभाया . आजकल तो शर्ट उतरने का ट्रेंड बन जाता है. वहीँ घर घर जाकर प्रोमोशन करने का जो ट्रेंड है, वो भी बहुत महंगा है . फिल्म का कॉन्टेंट ही उसे आगे बढ़ाता है .

-मुझे याद है एक बार शशि कपूर साहब को दादा साहेब फाल्के अवार्ड से पृथ्वी थिएटर में नवाजा जाने वाला था, वहाँ अमित जी (अमिताभ बच्चन) मौजूद थे , उन्होंने मुझे पूछा कि रणबीर कहाँ है, मैंने उनसे कहा की वो बॉम्बे वेलवेट को प्रोमोट करने गया है. जब रणबीर आया तो अमित जी ने उनसे कहा -' देखो यार मेरी फिल्म पीकू लगी है , उसका प्रोमोशन का बजट नहीं है ,दर्शकों को पता है कि फिल्म 102 नॉट आउट का टीजर 9 फरवरी को रिलीज़ होगा उन्हें क्या देखना है.' यकीन मानिये पीकू को फ्राइडे के बाद देखने वालों का तांता लग गया है. पिक्चर में दम हो तो चलेगी ही. वैसे भी बॉम्बे वेलवेट पहले दिन से वाश आउट हो गयी. हमने बेशरम भी की थी, जिसका पहला दिन तो बहुत बढ़िया था लेकिन उसके बाद फिल्म गिर गयी ; तो दर्शकों को सच में पता है कि उन्हें क्या चाहिए.

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