अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की भूमिकाओं वाली फिल्म '102 नॉट आउट' के निर्देशक उमेश शुक्ला कहते हैं कि यह एक ऐसी फिल्म है, जो लोगों को जिज्ञासु बने रहने के लिए प्रोत्साहित करती है. फिल्म एक गुजराती नाटक पर आधारित है, जिसे सौम्या जोशी ने लिखा है. यह फिल्म एक 75 साल के बेटे और उसके 102 साल के बाप के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दुनिया के सबसे अधिक समय तक जीवित रहने वाले शख्स का रिकॉर्ड तोड़ना चाहता है, और यह रिकॉर्ड एक 118 साल के चीनी शख्स के पास है.
उमेश ने आईएएनएस को बताया, 'यह देखना बहुत अच्छा होगा कि हमारे दर्शक इन दो प्रतिष्ठित कलाकारों (अमिताभ और ऋषि) के संयोजन को लेकर काफी उत्साहित हैं. तथ्य यह है कि हमारी फिल्म एक वृद्ध पिता-बेटे की जोड़ी द्वारा सुनाई जा रही यूथफुल फिल्म है, जिसे युवा भी अपने से जोड़ सकते हैं और हम इससे बेहतर नहीं कर सकते थे..यह सर्वश्रेष्ठ कास्ट है.'
उन्होंने कहा, 'यह कहानी उतनी मजेदार नहीं हो पाती अगर यह 40 साल के पिता और 10 साल के बेटे की होती. चूंकि ये दोनों वृद्ध अपना जीवन जी चुके हैं तो यहां यह देखना मजेदार होगा कि अब ये अपने बुढ़ापे के साथ क्या करते हैं.'
इससे पहले अमिताभ और ऋषि अमर अकबर एंथोनी और नसीब जैसी फिल्मों में साथ काम कर चुके हैं, और दो दशक बाद इनका एकसाथ पर्दे पर आना क्या सेट पर दबाव भरा था?
उमेश ने कहा, 'बिल्कुल, शूटिंग का पहला दिन खासकर मेरे लिए एक बड़ा दिन था. वे भी थोड़े चिंतित थे, लेकिन खास बात यह रही कि इन दोनों दिग्गजों ने सेट और अपने आसपास के लोगों को सहज कर दिया. कुछ दिनों के बाद हमारी फिल्म की यूनिट भी आराम से काम करने लगी. मुझे लगता है कि इसीलिए हम सभी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल करने में कामयाब रहे.'