कुछ दिनों पहले ही बोनी कपूर ने ये खुलासा किया था कि वह अपनी दिवंगत पत्नी श्रीदेवी पर डाक्यूमेंट्री बनाने का विचार कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए तकरीबन तीन टाइटल भी रजिस्टर करवा लिए हैं.अब ख़बरें हैं कि श्रीदेवी की यादों को सहेजने के लिए बोनी का एक और प्लान है.वह श्रीदेवी का एक म्यूजियम बनाना चाहते हैं जहां वह उनसे जुड़ी हर याद को सहेज सकें.उनके अवॉर्ड्स,उनकी तस्वीरें,उनकी फिल्में और भी बहुत कुछ बोनी सब एक जगह संभाल कर रखना चाहते हैं और उन्होंने म्यूजियम से बेहतर कुछ नहीं लग रहा है. हाल ही में श्रीदेवी को उनकी आखिरी फिल्म मॉम के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट एक्ट्रेस के खिताब से नवाजा गया.
एक्ट्रेस के निधन के कुछ दिन बाद ट्विटर पर पहली बार बोनी कपूर ने अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए लिखा था कि उनकी जिंदगी में श्रीदेवी कितने मायने रखती हैं. ट्विटर पर शेयर किए गए लंबे पत्र में बोनी लिखते हैं, ‘एक दोस्त, पत्नी और दो युवा बेटियों की मां को खोने का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. मैं अपने दोस्त, परिवार, सहयोगी, शुभचिंतक और अनगिनत फैन्स का आभार जताना चाहूंगा, जो इस घड़ी में मेरे साथ खड़े रहे. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अर्जुन और अंशुला का सपोर्ट और प्यार मिला. वे स्तंभ की तरह ताकत बनकर मेरे, जाह्नवी और खुशी के साथ खड़े रहे. हमने बतौर एक परिवार इस असहनीय घटना को झेलने की कोशिश की है.’
श्रीदेवी की मृत्यु को लगभग ढाई महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है. बोनी कपूर, जान्हवी कपूर और खुशी कपूर ने उनके बिना जीने की आदत डाल ली है. तीनों अपनी नॉर्मल लाइफ में वापस लौट रहे हैं.
बता दें, फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने एक मैगज़ीन में बताया कि मौत से एक रात पहले 23 फरवरी को उन्होंने श्रीदेवी से काफी देर तक फोन पर बात की. मैगजीन में मनीष ने बताया कि मैं श्रीदेवी को पिछले 28 सालों से जानता हूं. दुबई में शादी के दौरान हम साथ थे. 23 फरवरी की रात मेरी उनसे बात हुई. फोन पर हमने जान्हवी की डेब्यू के बारे में बात की. शादी में ख़ुशी कितनी खूबसूरत लग रही थी और उस दिन उन्होंने क्या खाया था. यहां तक कि उनके निधन के इतने दिनों बाद भी में अपना सोचता हूं कि काश मेरे फोन की घंटी बज जाए और हम फिर से डिजाइनर आउटफिट और खाने के बारे में बात करने लगे.मनीष ने यह भी बताया की श्रीदेवी को गॉसिप करना पसंद नहीं था. हम खाना, कपड़े और मूवीज के बारे में बात करते थे. वह कभी किसी के बारे में बुरा नहीं सोचती थी.