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संजय अचीवर नहीं लेकिन लाइफ के उतार-चढ़ावों ने फिल्म बनाने पर मजबूर कर दिया-हिरानी

राजकुमार हिरानी की बहुप्रत्याशित फिल्म ‘संजू’ का ट्रेलर 30 मई को रिलीज हो चुका है. इसमें रणबीर कपूर दिग्गज अभिनेता संजय दत्त की भूमिका में है. फिल्म के टीजर ने पहले ही दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ा दी है, इसमें अभिनेता के जीवन के उतार-चढ़ाव को दिखाया गया है. वहीं राजकुमार हिरानी फिल्म के रिलीज होने तक हर दिन रणबीर का नया लुक शेयर करेंगे. ऐसा उन्होंने ट्वीट कर कहा था.हाल ही में उन्होंने मीडिया से बातचीत में फिल्म से जुड़े कई राज खोले.पेश हैं इंटरव्यू के खास अंश...
  1. अचीवर्स पर फिल्में बनाई जाती हैं जैसे मिल्खा सिंह हुए या मैरीकॉम,ऐसे में 'संजू' क्यों?
हिरानी कहते हैं, 'जब संजय पैरोल पर बाहर आया तो मैं उससे मिला था.उस वक्त मैं पीके की शूटिंग में बिजी था लेकिन एक दिन उनसे मुलाकात हुए तो बातों-बातों में उन्होंने जेल के किस्से सुनाए.कैसे वह जेल में पेपरबैग्स बनाते थे,उन्हें चार आने मिलते थे,उन्हें जेल में अलग रखा जाता था,शूटिंग पर कभी 5.30 बजे नहीं पहुंचे लेकिन जेल में उठ जाते थे,ये सारे किस्से वो सुनाते गए और मैं उसे इमेजिन करते चला गया.वह चाहते थे कोई उन्हें सुने तो मैं लगातार 25 दिन उनसे मिला.उनकी बातें सुनकर मुझे लगा कि उनकी लाइफ पर तो फिल्म बनाई जा सकती है.ये सही है कि संजय अचीवर नहीं लेकिन उनकी लाइफ के इतने उतार-चढ़ाव ही फिल्म बनाने के लिए मुझे प्रेरित कर गए.'

2.कोई और एक्टर भी कास्ट कर सकते थे,फिर रणबीर कपूर को ही क्यों चुना?

मुझे कोई ऐसा एक्टर चाहिए था जो न ज्यादा यंग हो और न उम्र का.रणबीर ने जब सांवरिया से बॉलीवुड में एंट्री की थी तो आप उनका लुक और संजय का रॉकी का लुक देखिए.जब मैंने दोनों को मैच किया तो मुझे लगा यही हैं जो इस रोल के लिए परफेक्ट हैं.फिर दोनों फ़िल्मी घरानों से हैं और मिलना-जुलना भी है. एक दिन मैंने रणबीर को मैसेज करके कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो उन्होंने पलटकर लिखा, सर ये संजू के लिए तो नहीं है न,उसे पहले से खबर थी कि कुछ खिचड़ी पक रही है लेकिन हम मिले,मैंने उसे मोटी-मोटी स्क्रिप्ट सुनाई तो वो बोले ठीक है लेकिन क्या मैं संजय जैसा दिखूंगा.हमने कहा ट्राय करते हैं.3 महीने तक हमने रणबीर पर संजय के डिफरेंट-डिफरेंट लुक ट्राय करके देखे लेकिन बात बनती नहीं दिख रही थी.एक वक्त लगा कि ऐसा न हो हम कुछ गलत बनाकर सोशल मीडिया पर मजाक का कारण बन जाएँ लेकिन एक दिन रणबीर अचानक से संजय की तरह चलकर आए और फिर हमें लगा यही संजू है. लेकिन सिर्फ चाल ही नहीं, हमें संजू के लुक्स, आवाज़ सब मैच कराने थे तो इसको लेकर हमने काफी माथापच्ची की.

3.संजय खुद इस फिल्म में अपना किरदार निभा सकते थे तो फिर उन्हें क्यों नहीं लिया?

देखिए,आधी फिल्म में हम अगर रणबीर को यंग संजू के लिए कास्ट करते और आधे में खुद संजय फिल्म में एक्ट करते तो ये बहुत अजीब कॉम्बिनेशन बन जाता इसलिए ऐसा नहीं किया.एक बार हमने संजय को रणबीर के पिता सुनील दत्त के किरदार में कास्ट करने का भी ख्याल आया लेकिन फिर ये लगा कि ये तो और सत्यानाश हो जाएगा कि संजय रणबीर को बेटा कहकर स्क्रीन पर पुकारते.

4.परेश रावल की कास्टिंग कैसे हुई?

सुनील दत्त जी बाल काले थे और उनकी दाढ़ी नहीं थी,हमने कई लुक टेस्ट किए लेकिन बात नहीं बनी फिर हमने उनके लुक मैच करने से ज्यादा फादर फीगर एक्टर को सर्च करना शुरू किया और इस तरह परेश जी फिल्म में कास्ट हो गए.इसी तरह नरगिस दत्त के रोल के लिए मनीषा के हेयर्स,लुक्स मैच किए और वह कुछ हद तक उनके जैसी दिखने लगीं.ये सब में तकरीबन साल भर का वक्त लगा.

5.जब आप संजय की कहानी सुन रहे तो क्या आप इमोशनल हुए?

उसने मुझे सब खुलकर बताया.ऐसे में जब मैं और अभिजात ने फिल्म की कहानी लिख ली तो मैंने सबसे पहले संजय को कहा कि तुम आकर सुन लो.उन्होंने सुना और इमोशनल होकर बोले कि आपने मेरी पूरी जिंदगी सामने उतार कर रख दी और वहां से चुपचाप चले गए.

6.फिल्म को तीन घंटे में समेटना कितना मुश्किल था?

बेहद मुश्किल था क्योंकि इतना कुछ था दिखाने को कि क्या छोड़े और  क्या नहीं समझ नहीं पा रहे थे.उनकी लाइफ के कई किस्से मुझे छोड़ने पड़े क्योंकि कोई ऑप्शन नहीं था लेकिन सबसे ज्यादा जो दिखाया गया है उसमें ड्रग्स,जेल वाला पार्ट फोकस किया है.

7.टॉयलेट वाले सीन पर विरोध हो रहा है?

देश में कोई न कोई विरोध होता ही रहता है.यह संजय की लाइफ में घटी सच्ची कहानी है जब वह 1993 में जेल में बंद हुए थे तो बारिश के वक्त टॉयलेट ओवरफ्लो हुए थे.मैं अभी कई जेल देखकर आया हूं चाहे वो यरवदा हो या भोपाल जेल, अब स्थिति काफी बेहतर है.

8.सारे स्टार्स आपके साथ काम करना चाहते हैं,आप किसके साथ काम करना चाहते हैं?

सभी के साथ,सभी बहुत अच्छे स्टार्स हैं चाहे शाहरुख़ हों,ऋतिक हो,सब बहुत मेहनत करते हैं लेकिन क्या करूं कोई स्क्रिप्ट तो मिले.

9.आगे कौन से जोनर की फिल्म बनायेंगे?

मैं जोनर तय करके फिल्म नहीं बनाता और न ही मैं और अभिजात किसी स्टार को ध्यान में रखकर कोई स्क्रिप्ट लिखते हैं.अगर आपने किसी स्टार को ध्यान में रखकर स्क्रिप्ट लिखी तो आप बंध जाते हो.जैसे अगर मैं सोचूं कि शाहरुख़ रोमांस बहुत अच्छा करते हैं तो चलो रोमांटिक स्क्रिप्ट लिख ली.या चलो अभी पौराणिक फिल्म का मन है तो वो लिख ली,या हॉरर सूझ रहा तो चलो हॉरर कर लिया,मैं ऐसा नहीं सोचता.

10.आपने अब तक जितनी फिल्में बनाई हैं,उनमें से आपकी सबसे फेवरेट कौन सी है?

सभी फ़िल्में दिल के करीब हैं.चाहे मुन्नाभाई हो थ्री इडियट्स,सभी अच्छी लगती हैं.

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