By  
on  

रणबीर कपूर की 'संजू' को सिर्फ एक कट के साथ सेंसर से मिली क्लीयरेंस

संजय दत्त की मोस्ट अवेटेड बायोपिक 'संजू' जिसमे उनके किरदार में रणबीर कपूर नजर आने वाले हैं. वह कुछ दिनों पहले विवादों में फसती हुई नजर आ रही थी. फिल्म के खिलाफ केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) में शिकायत दर्ज कराई गई थी. दरअसल, फिल्म के एक सीन को यह पूरा विवाद हुआ था. जिसके लिए शिकायतकर्ता ने यह भी कहा था कि अगर उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह इस मामले की शिकायत कोर्ट में करेंगे. तो चलिए आपको बतातें हैं आखिर इस पुरे विवाद का अब क्या परिणाम आया है.

जैसे की यह बात आप सभी जानते हैं कि संजू फिल्म संजय दत्त की जीवन में आए  उतार चढाव की कहानी है. आपको बता दें कि राजकुमार हिरानी ने इस आरोपों को खारिज कर दिया है कि उनकी यह फिल्म संजू किसी तरह का प्रचार है. आगे वह कहते हैं, "मेरे पास उनकी छवि को साफ़ करने के लिए फिल्म बनाने का कोई कारण नहीं है. मैं अपने काम से बहार निकल कर काम करने वाला डायरेक्टर नहीं हूं जो उनकी छवि साफ करे. एक फिल्म मेकर होने के नाते मेरा लालच एक अच्छी कहानी है."

‘संजू’ के लिए रणबीर कपूर नहीं बल्कि यह सुपरस्टार था पहली पसंद

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही इस फिल्म को बोर्ड द्वारा स्क्रीन्ड किया गया था, जहां उन्होंने यह पाया कि स्पष्ट रूप से इस तथ्य के लिए कोई झुकाव नहीं लिया है कि संजय दत्त एक खलनायक की बजाय परिस्थितियों के शिकार हैं. सूत्रों से मिल रही खबर के मुताबिक, फिल्म में दत्त के सकारात्मक चित्रण के लिए किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताई गयी थी. एक सदस्य ने यह भी कहा कि उन्हें फिल्म की नैतिकता का न्याय करने के लिए नियुक्त नहीं किया गया था, बल्कि पूरी तरह से फिल्म का मूल्यांकन करने के लिए उन्हें सौंपा गया था. उन्हें कुछ संक्षिप्त शॉट्स और संवाद के अलावा स्पष्ट रूप से कुछ भी आक्रामक नहीं पाया.

इसी तरह, बोर्ड को दत्त की गर्लफ्रेंड्स की संख्या के उल्लेख से भी कोई समस्या नहीं थी. दरअसल, दत्त की "308 गर्लफ्रेंड्स ... वेश्याओं की गिनती नहीं करने के बाद," वाली लाइन ने कितनों की तो हंसी छोड़ा दी थी. फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद की प्रतिक्रियाओं के बाद से यह उदार रवैया एकदम विपरीत है.

‘संजू’ में इस सीन को फिल्माते समय रणबीर कपूर हो गए इमोशनल

वहीं सीबीएफसी के कुछ सदस्यों ने उस समय फिल्म के एक सीन को आक्रामक कहा है, जिसमे रणबीर ने ड्रग्स, अल्कोहल और कितनी महिलाएं सोए हैं कि बात कही है. वहीं फिल्म के एक सीन को मंगलसुत्र के प्रति अपमानजनक समझा गया है.

वहीं ट्रेलर के जिस हिस्से के मुताबिक संजय को निर्दोष दिखाया गया था, उसे अदालत के फैसले के खिलाफ के रूप में देखा गया था और नैतिक और कानूनी नाराजगी की उम्मीद थी. शुक्र है, अब सब ठीक है!

Recommended

PeepingMoon Exclusive