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सूरमा Vs गोल्ड: दिलजीत दोसांझ बोले-'अक्षय सुपरस्टार हैं उनसे तुलना का सवाल नहीं'

15 अगस्त,2018 पर इस बार दो स्पोर्ट्स पर बनी फिल्में बॉक्सऑफिस पर क्लैश होने जा रही हैं.अक्षय कुमार की 'गोल्ड' और दिलजीत दोसांझ की 'सूरमा' एक ही दिन बॉक्सऑफिस पर आमने-सामने होंगी.ऐसे में दोनों एक्टर्स का कम्पेरिजन होना लाजमी है लेकिन दिलजीत ने साफ़ कहा है,अक्षय कुमार सुपरस्टार हैं और उनके काम को सभी सराहते हैं.मैं अपनी बात करूं तो मैंने तो अभी बस शुरुआत ही की है इसलिए हमारा कम्पेरिजन नहीं हो सकता क्योंकि वह स्टार हैं और मैं फ्रेशर.दिलजीत ने आगे ये भी कहा कि बायोपिक का ट्रेंड पॉजिटिव है और इसे जारी रखना चाहिए क्योंकि इन्स्पिरेशनल स्टोरीज की जरुरत है.

सूरमा की बात करें तो यह फिल्म एक स्पोर्ट्स बायोपिक है जिसे हॉकी लीजेंड संदीप सिंह की लाइफ पर बनाया गया है.फिल्म के डायरेक्टर शाद अली हैं जो कि साथिया और बंटी और बबली जैसी फिल्में बना चुके हैं.फिल्म के बारे में शाद अली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि बायोपिक में बहुत ही बड़ा फ्रेम वर्क होता है.हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह के आगामी जीवनी पर बनने वाली फिल्म सूरमा के लिए एक एथलीट के शरीर को हासिल करने के लिए खुद को चरम पर धकेल दिया था, दिलजीत फिल्म में संदीप की भूमिका निभाने वाले हैं. उन्होंने न केवल पूर्व कप्तान द्वारा खुद को प्रशिक्षित करवाया है बल्कि उनके जैसे दिखने के लिए उन्होंने अपने शारीरिक परिवर्तन पर भी पूरा ध्यान दिया है. दिलजीत ने फिल्म में यह भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से एक एथलीट की जीवनशैली में खुद को डाल लिया था.

वहीं, अक्षय की फिल्म गोल्ड की बात करें तो ‘गोल्ड’ एक हॉकी खिलाड़ी की वास्तविक जीवनगाथा पर आधारित है जिसने स्वतंत्र भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक हासिल कर के भारत का सर गर्व से ऊपर किया था. इस फिल्म में भारत के लिए पहला गोल्ड का सपना देखने वाले हॉकी खिलाड़ी की यात्रा को दर्शाया गया है.इस फिल्म के जरिए देश के लिए गोल्ड जीतने का सपना देखने वाली टीम की यात्रा को दर्शकों के सामने ट्रेलर द्वारा पेश किया गया है. 1936 में शुरू हुई यात्रा को जीत मुकम्मल करने के लिए 12 साल का लंबा वक्त लग गया था.

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