कॉमेडी ग्रुप 'ऑल इंडिया बकचोद' (एआईबी) के सदस्य तन्मय भट्ट का विवादों से पुराना नाता रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के प्रभावशाली लोगों को व्यंग्य के निशाने पर लेने के लिए यह ग्रुप कई बार निशाने पर आ चुका है. इसके बावजूद तन्मय का कहना है कि वे अपना काम करते रहेंगे जब तक उन्हें पूरी तरह दबा नहीं दिया जाता. उनका कहना है कि उनका काम सरकार के सामने सच बोलना है. 'एआईबी' अपने कॉमेडी शो 'एआईबी नॉकआउट' के कारण विवादों में आया जब इसमें सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर, क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर के अलावा प्रधानमंत्री मोदी को भी व्यंग्य के निशाने पर लिया गया.
कॉमेडी में राजनीति या दिग्गज हस्तियों को शामिल करने के प्रति निरुत्साहित होने के सवाल पर तन्मय ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस को बताया, "निरुत्साहित बहुत कड़ा शब्द है. बतौर कॉमेडियन, मेरा काम मजबूती से सच बोलना है. परिणामों की चिंता के बावजूद मैं अपना काम करता रहूंगा. हालांकि, यह करने के बजाए कहने में ज्यादा सरल लगता है.'
भारत में प्रतिदिन अत्याचार होने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'विशेषरूप से अब आंकड़े हमारी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा हो गए हैं. खबरों की लगातार खपत की बहुत मांग है. हमेशा एक डर बना रहता है कि अगर आप एक बार परेशानी में फंस गए, आप दोबारा नहीं फंसना चाहेंगे.'
तन्मय ने कहा, 'अगर मैं अपने काम के प्रति ईमानदार हूं, मुझे विश्वास है कि दर्शक हमारी प्रशंसा करेंगे, मुझे कितनी भी परेशानी उठानी पड़े, फर्क नहीं पड़ता. जिस दिन मैं यह सोचने लगूंगा कि अगर मैंने ऐसा कहा तो. उस दिन मैं अपने दर्शकों को खो दूंगा. 'ट्विटर पर तन्मय के 67.3 लाख फॉलोवर हैं.
उनके अनुसार, उन्हें गर्व है कि वे अपना काम कर रहे हैं और तब तक करते रहेंगे जब तक उन्हें पूरी तरह दबा नहीं दिया जाता. उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि वह दिन नहीं आएगा. मुझे भारत और इसकी जनता पर भरोसा है. अब तक सब ठीक हुआ है.' तन्मय फिलहाल डिजिटल कॉमेडी रिएलिटी श्रृंखला 'अमेजन प्राइम ओरिजिनल' सीरीज 'कॉमिकस्तान' में सह निर्णायक हैं.
तन्मय इससे पहले 'रागिनी एमएमएस 2' और 'मिस्टर एक्स' जैसी फिल्मों में भी दिख चुके हैं. उन्होंने ज्यादा जानकारी दिए बिना बताया, 'मैं फिल्मों में अभिनय नहीं कर रहा लेकिन फिल्मों का निर्माण कर रहा हूं.'