बॉलीवुड के जाने-माने प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला और विकास बहल के निर्देशन में बन रही फिल्म 'सुपर 30' के दूसरे दौर की शूटिंग भी बनारस में ख़त्म हो चुकी है. फिल्म में ऋतिक रोशन आनंद कुमार के रोल में नजर आने वाले है, जिसके लिए ऋतिक कड़ी मेहनत भी की है. इस वक़्त ऋतिक अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मना रहे हैं. लेकिन प्रोफ़ेसर आनंद कुमार के 'सुपर 30' को लेकर अच्छी खबर नहीं है.
आरोप लग रहे हैं कि सुपर 30 में गरीब बच्चों को पढ़ाने का दावा झूठा है. इस खुलासे के बाद प्रोफेसर आनंद कुमार भी लापता हो गए हैं. उन्हें तलाशने कि उनसे संपर्क करने कि कोशिश कि जा रही लेकिन उनका अब तक कोई अता पता नहीं चल पाया है.
सूत्रों कि मानें तो रोज़ हो रहे खुलासे के बाद फिल्म के प्रोड्यूसर और एक्टर दोनों की मुश्किलें बढ़ गई हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इस बीच वो फिल्म को आगे कैसे बढ़ाएं. कई बार कोशिश के बाद भी फिल्म से जुड़े लोगों कि आनंद कुमार से कोई सम्पर्क नहीं हो पा रहा है. एक बार उनके भाई ने फिल्म के डायरेक्टर विकास बहल का फ़ोन ज़रूर उठाया लेकिन ये कहते हुए मामले को रफा दफा कर दिया कि आरोप बेबुनियाद है. लेकिन इस बीच आनंद के खिलाफ मामला भी दर्ज हो गया है और खुद मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने इस पूरे मामले कि तफ्तीश के आदेश दे दिए हैं.
आधार में लटकी ऋतिक कि 'सुपर 30'
प्रोफेसर आनंद पर फर्ज़ीवाड़े का आरोप लगे हैं ये बेहद गंभीर आरोप हैं. कई बच्चे अब तक सामने आ चुके हैं जिन्होंने ये दावा किया है कि प्रोफेसर आनंद का ये दावा झूठा है कि वो बच्चों से पैसे नहीं लेते बल्कि फ्री में उन्हें शिक्षा देते हैं. आरोप के मुताबिक ये सब महज़ अफवाह है जो मीडिया में फैलाया गया है. सुपर 30 में पढ़ने वाला हर बच्चा अपनीफीस भरता है. ये सब इस तरीके से ऑपरेट होता है कि किसी को पता तक नहीं चलता. और तो और प्रोफेसर आनंद का ये दावा भी अब तक गलत पायागया है कि हर साल उनके यहां से 30 बच्चे निकलते हैं. कई बच्चे ऐसे भी सामने आये हैं जिन्होंने पढ़ाई कहीं और से कि और दावा आनंद कुमार ने किया.
आनंद ने फिल्म में काम दिलाने का देते थे आश्वासन
कई बच्चों ने ये दावा किया है कि, आनंद कुमार क्लास में कहते थे कि सुपर-30 से जुड़े रहने पर फिल्म में भी काम करने का मौका मिलेगा. इस लिए सब अपना काम ख़ामोशी से करें.
पड़ताल में आनंद कुमार के कई दावे झूठे साबित हुए हैं
आनंद कुमार पर तब बड़ा सवाल खड़ा हुआ जब उनके खिलाफ पटना के एक थाने में ब्लैक मनी व्हाइट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करा दी गयी. पड़ताल की तो एक और बड़ा खेल सामने आया. 2015 में आईआईटी रिजल्ट आने के बाद आनंद ने 25 स्टूडेंट्स की लिस्ट सार्वजनिक की थी. जब इस लिस्ट में दिए गए नामों की पड़ताल की गई तो सामने आया सुपर फ्रॉड. पूरी दुनिया में गरीबों का मसीहा माने जाने वाले आनंद गरीबी के नाम पर धोखा दे रहे हैं. सुपर 30 का दावा गरीब बच्चों को फ्री में कोचिंग कराने का है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.