सुपरस्टार सलमान खान के साथ 'वीरगति' में काम कर चुकी एक्ट्रेस पूजा डडवाल अभिनेता की मदद से मौत के मुंह से बाहर आ चुकी हैं. एक तरह से सलमान ने उन्हें नई जिंदगी दी हैं.
पूजा अब पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से बाहर आ चुकी हैं, साथ ही उनका 20 किलो वजन भी बढ़ गया हैं. मार्च में जब पूजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनका वजन सिर्फ 23 किलो था. दरअसल, पिछले पांच महीने से पूजा शिवड़ी (मुंबई) के एक टीबी अस्पताल में टीबी और फेफड़े संबंधित बिमारी का इलाज करवा रही थी. शुरू में पूजा के पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे. इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से सलमान खान से मदद की गुहार लगाई. अभिनेत्री की मदद के लिए ना सिर्फ सलमान बल्कि भोजपुरी फिल्मों के स्टार रवि किशन भी आगे आए. उन्होंने पूजा के लिए कुछ फल और पैसे भिजवाए.
आखिरकार पूजा डडवाल की मदद करने सामने आए सलमान खान, मां हेलेन को सौंपी जिम्मेदारी
सलमान को जब पूजा की बिमारी के बारे में पता चला तो उन्होंने फटाफट अपने चैरिटी बीइंग ह्यूमन की टीम मो उनकी देखभाल और इलाज का काम सौंप दिया. सलमान की टीम ने पूजा को पैसे, दवाइयां, फल और नगद राशि देकर मदद की. इलाज के लिए जितने पैसो की जरुरत थी सलमान ने सभी पूजा की मदद की. डॉक्टरों के अनुसार पूजा के दोनों फेफड़ों में इन्फेक्शन हो गया था, जिसके कारण वो सांस नहीं ले पा रही थी. दो महीने तक उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. 44 साल की पूजा को उनके पति और ससुराल वालों ने बेसहारा छोड़ दिया लेकिन सलमान उनकी मदद के लिए आगे आए.
सलमान की हीरोइन की मदद के लिए आगे आए रवि किशन,इलाज के लिए दिए पैसे
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पूजा गोवा चली गई है. गोवा जाने से पहले उन्होंने मुंबई मिरर को बताया, 'मुझे अभी कैसा महसूस हो रहा है यह मैं बयां भी नहीं कर सकती. जब मुझे 2 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो मुझे लगा कि मैं बिस्तर पर ही डिप्रेशन और बीमारी में मर जाऊंगी. मेरे परिवार और मेरे दोस्तों ने मुझे अकेला छोड़ दिया था. जब डॉक्टरों ने मुझे बताया कि मेरे दोनों फेफड़ों में बुरी तरह इन्फेक्शन फैल गया है, तो मैंने उम्मीद ही छोड़ दी थी. भयानक खांसी और सांस लेने में तकलीफ की वजह से मैं काफी कमज़ोर हो गई थी. अपने जैसे मैंने कई लोग देखे, जिन्हें उनके परिवारवालों और करीबियों ने मरने के लिए अकेला छोड़ दिया था. तभी मैंने फैसला किया कि मैं लड़ूंगी और इतनी आसानी से हार नहीं मानूंगी. टीबी का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव यह है कि समाज भी आपका तिरस्कार कर देता है,लेकिन मैं सलमान खान की शुक्रगुज़ार हूं, जिन्होंने मेरा सपॉर्ट किया. उनके बीईंग ह्यूमन फाउंडेशन ने मेरे कपड़ों से लेकर साबुन, डायपर्स, खाना और दवाई तक हर चीज़ का ख्याल रखा. अगर मैं आज ज़िंदा हूं और इससे बचकर निकल पाई हूं तो वह सिर्फ सलमान की वजह से.