5 सितंबर को टीचर्स डे मनाया जाता है.बॉलीवुड में कई विषयों पर फिल्में बनती हैं.इनमें से कुछ में टीचर्स को भी अहम स्थान दिया गया है.टीचर्स डे के मौके पर आपको बताते हैं कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में जिनमें गुरु और शिष्य की बॉन्डिंग को बेहतरीन तरीके से परदे पर उतारा गया है.
1. तारे जमीं पर: 2007 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में आमिर खान टीचर की भूमिका में थे जो कि एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाते हैं.फिल्म में डिस्लेक्सिया से पीड़ित एक बच्चे इशान अवस्थी की कहानी दिखाई गई थी जिसकी मेंटल कंडीशन उसके घरवाले भांप नहीं पाते और उसे पनिशमेंट के तौर पर बोर्डिंग स्कूल भेज देते हैं क्योंकि वह पढ़ाई में कई बार फेल हो चुका है.फिल्म के डायरेक्टर अमोल गुप्ते थे.फिल्म की कहानी इतनी इमोशनल थी कि इसे देखने वाले हर शख्स ने इसकी तारीफ की थी.
2.चक दे इंडिया: 2007 में आई इस फिल्म में शाहरुख़ खान की रोमांटिक छवि से उलट बिलकुल अलग अंदाज देखने को मिला.उन्होंने फिल्म में एक वुमेन्स हॉकी टीम के कोच कबीर खान की भूमिका निभाई जिसका लक्ष्य अपनी टीम को वर्ल्ड कप जिताना है.फिल्म के डायरेक्टर शिमित अमीन थे.
3. ब्लैक: फिल्म 2005 में आई थी जिसमें अमिताभ बच्चन और रानी मुखर्जी ने मुख्य भूमिका निभाई थी.हेलेन केलर की स्टोरी से प्रेरि त इस फिल्म में रानी ने अंधी,बहरी और गूंगी लड़की का किरदार निभाया था जो कि मिशेल नाम से जानी जाती है.उसके मेंटर अमिताभ बच्चन होते हैं.इस फिल्म में गुरु-शिष्य की जबरदस्त बॉन्डिंग को काफी पसंद किया गया था.दोनों ही एक्टर्स को इस फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया था.फिल्म का निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया था.
4.दो आँखें बारह हाथ: इस ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म के डायरेक्टर व्ही शांताराम थे.फिल्म को इंडियन सिनेमा की बेहतरीन क्लासिक फिल्मों में शुमार किया जाता है.फिल्म में दिखाया गया है कि एक गुरु कैसे अपने संस्कारों और उच्च विचारों से क्रिमिनल्स को भी शांति का रास्ता अपनाने को मजबूर कर देता है.
5.इक़बाल: 2005 में आई इफ फिल्म में श्रेयस तलपड़े ने इक़बाल नाम के गूंगे और बहरे लड़के की भूमिका निभाई थी जो कि एक किसान का बेटा रहता है लेकिन अपनी मेहनत और लगन से इंडियन नेशनल क्रिकेट टीम में जगह बनाने में कामयाब हो जाता है.इक़बाल के कोच की भूमिका में नसीरुद्दीन शाह दिखाई दिए थे जिनका नाम फिल्म में मोहित होता है.फिल्म को क्रिटिक्स ने जमकर सराहा था और इसे सोशल मुद्दों पर बनी बेस्ट फिल्म का नेशनल अवॉर्ड दिया गया था.
6. थ्री इडियट्स: 2009 में आई राजकुमार हिरानी की इस फिल्म ने इंडियन एजुकेशन सिस्टम की खामियों पर बड़े रोचक अंदाज में प्रहार किया.खासकर इंजीनियरिंग कॉलेज के नैरो माइंडेड टीचर्स की टीचिंग मेथड पर भी प्रकाश डाला.फिल्म में बोमन ईरानी ने टीचर तो आमिर खान, आर माधवन और शरमन जोशी ने स्टूडेंट्स की भूमिका निभाई थी.फिल्म में करीना कपूर ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी.फिल्म की कहानी काफी हद तक चेतन भगत के नॉवेल फाइव पॉइंट समवन पर आधारित थी.
7. मुन्ना भाई एमबीबीएस: 2003 में आई इस फिल्म की आज भी मिसाल दी जाती है.फिल्म में संजय दत्त ने मुन्नाभाई नाम के गैंगस्टर की भूमिका निभाई थी जो कि अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए डॉक्टर बनने के लिए एक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेता है.इस मेडिकल कॉलेज के डीन की भूमिका बोमन ईरानी ने अदा की थी.उनकी बेटी की भूमिका में ग्रेसी सिंह थीं तो अरशद वारसी सर्किट की बेमिसाल भूमिका में दिखाई दिए थे.
8. परिचय: 1972 में आई इस फिल्म में जीतेंद्र ने एक बेरोजगार युवक की भूमिका निभाई थी जो कि फिर एक प्राइवेट टीचर की नौकरी करने लगता है और घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाता है.वह राय साहेब बने प्राण के पोता-पोती को पढ़ाता है जो कि बेहद शैतान होते हैं लेकिन रवि (जीतेन्द्र) उन्हें अच्छे से पढ़ाता है और वह आज्ञाकारी बच्चे बन जाते हैं.