देश की तमाम बड़ी शख्सियतों के बीच बॉलीवुड के सितारों ने भी कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है. इतना ही नहीं बॉलीवुड सिनेमा में समलैंगिकता के मुद्दे को फिल्मों को जरिए जोर-शोर से उठाया भी गया है. इन फिल्मों को सिनेमप्रेमियों ने काफी पसंद भी किया है, हालांकि इन फिल्मों का जमकर विरोध भी किया गया है. जानिए बॉलीवुड की उन फिल्मों के बारे में जिसमें समलैंगिकता को बखूबी दिखाया गया है.
फायर: 1996 में आई दीपा महता की यह फिल्म में इस विषय को बखूबी दिखाया गया है. फिल्म में केवल समलैंगिकता पर ही प्रकाश डाला गया. फिल्म दो ऐसी औरतों जो रिश्ते में जेठानी और देवरानी हैं की कहानी है. दोनों समय के साथ समलैंगिक हो जाती हैं. शबाना आजमी और नंदिता दास ने ये किरदार निभाए थे.
गर्लफ्रेंड: साल 2004 में आई इस फिल्म पर बहुत हंगामा हुआ था. जैसा की फिल्म के नाम से पता चल रहा है फिल्म में लेस्बियन रिश्ते को दिखाया गया था. फिल्म में ईशा कोपिकर और अमृता अरोरा ने लीड रोल किया है.
माई ब्रदर निखिल: साल 2005 में आई फिल्म की कहानी एक स्वीमिंग चैंपियन है जो समलैंगिक है और HIV का शिकार हो जाता हैं. इस वजह से उसे स्वीमिंग टीम से बाहर कर दिया जाता है. इस फिल्म में संजय सूरी ने लीड रोल निभाया है, जिसमें जूही चावला ने उनकी बहन का रोल अदा किया है.
फैशन: साल 2008 में आई फिल्म में समीर सोनी ने एक गे का रोल प्ले किया है. जिसमें बताया गया है कि कैसे हमारी सोसायटी हर क्वालिटी होने के बाद भी किसी गे को नकार देती है. ऐसे में कोई भी इंसान डिप्रेशन का शिकार हो सकता है.
आई एम: साल 2010 में आई यह फिल्म नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली पहली गे फिल्म थी. फिल्म में चार अलग-अलग कहानियां दिखाई गयी थी, जिसमें से एक कहानी समलैंगिकता पर थी. इस कहानी में राहुल बोस और अर्जुन माथुर मे मुख्य किरदार निभाया है. वैसे इन फिल्मों के अलावा कई मसाला फिल्मों में भी समलैंगिक चरित्र दिखाए गए हैं. हालांकि इन्हें किसी विमर्श की बजाए कहानी में कॉमेडी के लिए इस्तेमाल किया गया है.
बॉम्बे टॉकीज: साल 2013 में आई इस बॉम्बे टॉकीज फिल्म में तीन छोटी-छोटी कहानियां शामिल हैं. पहली कहानी में तीन पात्र हैं जिन्हें रानी मुखर्जी, रणदीप हुड्डा और साकिब सलीम ने निभाया है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे नई पीढ़ी के लोग सबके सामाने आराम से स्वीकार करते हैं कि वह गे या लेस्बियन हैं. लेकिन कुछ लोग झूठ बोलकर खुद की और अपने आसपास के लोगों की जिंदगी खराब कर देते हैं. यहां रणदीप हुड्डा को ऐसे ही झूठ की बिसात खड़ा दिखाया गया है. अंत में उसकी पत्नी रानी मुखर्जी को असलियत पता लगती है यहीं फिल्म खत्म हो जाती है.
मार्गरिटा विद ए स्ट्रॉ: कल्कि कोचलिन अभिनित यह फिल्म दो महिलाओं के बीच के प्यार को दर्शाती है. इस फिल्म में कल्कि कोचलिन और सयानी गुप्ता के बीच प्रेम संबंधों के दिखाया गया है. यह फिल्म साल 2014 में रिलीज हुई थी.
अलीगढ़: साल 2015 में आई मनोज बाजपेयी की फिल्म अलीगढ़ एक ऐसे टीचर के बारे में थी जो कि समलैंगिक है. फिल्म में मनोज ने बहुत ही खूबसूरत तरह से एक समलैंगिक का किरदार निभाया है, जिसके लिए उन्हें सराहना भी मिली थी. फिल्म को हंसल मेहता ने निर्देशित किया था, जिसमें राज कुमार राव का भी एक अहम किरदार था.
कपूर एंड संस: 2016 में आई कपूर एंड संस बड़ी स्टार कास्ट की फिल्म थी. शकुन बत्रा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में फवाद खान को समलैंगिकता के बारे में पता होता है. लेकिन समाज के डर से वो इस बारे में छिपाता है. जब इस बारे में घरवालों को पता चलता है तो वो उसे पाप समझ बैठते हैं. इस पूरी कशमकश से जूझते हुए एक शख्स की कहानी को फिल्म में दिखाया गया है.
वीरे दी वेडिंग: यह फिल्म 2018 में आई है.करीना, सोनम, स्वरा और शिखा चार बेस्ट फ्रेंड्स हैं और मस्ती से लेकर जीवन के कई जरूरी फैसले एक साथ लेती हैं. फिल्म की कहानी करीना की शादी के इर्द-गिर्द बुनी गई है. करीना शादी करना चाहती हैं लेकिन कमिटमेंट को लेकर उन्हें दिक्कत है और डरती हैं. फिल्म में करीना के चाचा को गे दिखाया गया है. वो करीना का खूब देखभाल करता है. चाचा के रिश्ते उसके बॉयफ्रेंड के साथ होते हैं पर वो उसे जगजाहिर नहीं कर सकते.