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हाल ही में एक इंटरव्यू में सुनील ने कहा कि वह किसी भी किरदार को यह देखकर नहीं चुनते कि वह मर्द का है या औरत का,न ही उन्हें टाइपकास्ट होने का डर है.सुनील ने कहा,अगर आप कॉमेडी कर रहे हैं तो लोग आपसे बेस्ट कॉमेडी चाहते हैं.वह कहते हैं-चुटकुला सुनाओ भाई,यह समय समय की बात है मगर मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है.मैं एक एंटरटेनर हूं और मेरा काम ही लोगों का मनोरंजन करना है.
हाँ लोग जरुर आपको टाइपकास्ट करना चाहते हैं.जब मैं रेडियो पर सुड था तो लोग कहते थे अब तुम सुड के अलावा कुछ और नहीं कर पाओगे लेकिन फिर मैं गुत्थी बना,गुत्थी के बाद रिंकू भाभी तो लोगों ने कहा कि अब तुम्हे मर्द के किरदार में पसंद नहीं किया जायेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ.मैं एक्टिंग को किरदार के तौर पर जज करता हूं न कि औरत या आदमी के बेसिस पर...