बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में शामिल विनोद खन्ना की 6 अक्टूबर को बर्थ एनिवर्सरी है.अगर वह जिंदा होते तो अपना 72 वां जन्मदिन मना रहे होते लेकिन दुर्भाग्यवश उनका निधन 27 अप्रैल,2017 को हो गया था. विनोद खन्ना को ब्लेडर कैंसर था. अपने अंतिम दिनों में विनोद खन्ना बहुत कमजोर हो गए थे.नजर डालते हैं उनके जीवन के कुछ दिलचस्प फैक्ट्स पर...
विनोद खन्ना का जन्म पेशावर में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है.उन्होंने मुंबई के सिडेनहम कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक किया था.
कहा जाता है कि फिल्मों आने से पहले विनोद की मां ने उनके सामने एक शर्त रखी थी. शर्त यह थी कि अगर दो साल के अंदर वह सफल नहीं हुए तो बिजनेस संभालना होगा.
उन्होंने 1968 में आई मन का मीत से बॉलीवुड में डेब्यू किया था.इसमें उन्होंने विलेन की भूमिका निभाई थी.
क्या आप जानते हैं कि 1968 में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत करने वाले विनोद खन्ना ने 140 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था.
फिल्मों में ही नहीं बल्कि राजनीति में भी विनोद खन्ना ने ऊंचा मुकाम हासिल किया था. जिस वक़्त उनकी मृत्यु हुई उस समय वो पंजाब के गुरुदासपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद थे. विनोद खन्ना वाजपेयी की राजग सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बने थे. उनके काम को काफी सराहा गया था.
फिरोज खान और विनोद खन्ना की बहुत ही गहरी दोस्ती थी.दोनों के बीच एक दिलचस्प कनेक्शन ये भी है कि दोनों का निधन एक ही डेट 27 अप्रैल को हुआ था. दोनों दयावान, कुर्बानी, शंकी शम्भू जैसी फिल्मों में साथ दिखाई दिए थे. कुर्बानी विनोद और फिरोज की सुपरहिट फिल्म थीं. फिल्म में फिरोज खान ने निर्माता, निर्देशक और एक्टर तीनों की भूमिका में थे.
1991 में शादी और दो बेटे का पिता बनने के बाद विनोद ने संन्यास जीवन को अपना लिया और आचार्य रजनीश की शरण में चले गए. बॉलीवुड में वापसी के बाद उन्होंने दूसरी शादी कविता से की. उनकी पहली पत्नी का नाम गीतांजलि खन्ना था.
सन्यासी बनने के बाद वापस आने पर राजनीति में प्रवेश करने के साथ फिल्मों में भी काम का सिलसिला जारी रखा और उनकी फिल्म ‘हाथ की सफाई’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था.
विनोद खन्ना को साल 1999 में फिल्मफेयर की ओर से लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड मिला. सच है कि अगर पुरस्कारों की बात करें, तो उनके काम को वैसी सराहना कभी नहीं मिली, जिसके वह हकदार थे, लेकिन उनके बिना किसी सुपरस्टार का स्टारडम वास्तव में सुपरस्टारडम बन पाता, इसमें संदेह है…