राजेश खन्ना जो एक अभिनेता, फिल्म निर्माता और राजनीतिज्ञ थें. भारतीय सिनेमा के 'पहले सुपरस्टार' की उपाधि उन्हें मिली थीं. 1969 से 1971 के बीच लगातार 15 हिट फिल्में दीं और कभी ना टूटने वाला रिकॉर्ड भी बनाया. उस जमाने में जीतनी लोकप्रियता राजेश खन्ना को मिली उतनी आजतक किसी अभिनेता को नहीं मिली. लड़कियां उन्हें खून सके लव लेटर लिखती थीं लेकिन राजेश जैसा सुपरस्टार भी अमिताभ बच्चन की कामयाबी नहीं देख पाया.
फिल्म 'बावर्ची' में रघु का किरदार राजेश खन्ना निभा रहे थें. फिल्म में उनके साथ जया भादुड़ी भी थीं. चूंकि उन दिनों जया और अमिताभ के प्यार के किस्से भी चर्चा में थें तो अमिताभ रोजाना जया से मिलने फिल्म के सेट पर आते थें लेकिन ये बात राजेश खन्ना को खूब अखरती. अमिताभ का फिल्म के सेट पर आकर जया से मिलना राजेश को कतई पसंद नहीं था, वो कहते रोज इसके चक्कर में आधा समय बर्बाद होता है. कुछ दिन तो वो चुप रहे लेकिन एक दिन जया के सामने ही उन्होंने अमिताभ को काफी कुछ सुना दिया. ये सब जया से बर्दाश्त ना हुआ उन्होंने को-स्टार राजेश को जवाब देते हुए कहा, 'आज जिस एक्टर का तुम मजाक उड़ा रहे हो, एक दिन वो तुमसे बड़ा एक्टर बनेगा.'
कहते है राजेश खन्ना पर 'स्टारडम' इस कदर हावी हो गया था कि वो कभी किसी की नहीं सुनते थें. उनके गुस्से और बत्तीमीजियों के चर्चे फिल्मी गलियारों में गूंजने लगे थें. अभिनेता के एटिट्यूड से परेशान फिल्म इंडस्ट्री के लोगो ने उनसे दूरियां बनानी शुरू कर दी. राजेश का स्टारडम अब अमिताभ के पास आने लगा. एक तरफ जहां सुपरस्टार के हाथ से फिल्में निकलती जा रही थीं वहीं दूसरी तरफ अमिताभ सफलता की ऊंचाइयों को चुने लगे थें. उनके लोकप्रियता के चर्चे चौतरफा होने लगे थें.
अमिताभ की लोकप्रियता को राजेश पचा नहीं पा रहे थें और जान बूझकर अनजान बन रहे थें लेकिन उनकी आंखो पर बंधी पट्टी तब हटी जब एक प्रोग्राम के दौरान लोगो उन्हें छोड़ अमिताभ को घेर लिया ऑटोग्राफ लेने के लिए. अमिताभ बच्चन की इस तरह बढ़ती लोकप्रियता देख राजेश कमरे आकर फोट-फूटकर रोने लगे.