हाल ही में अक्षय कुमार अपनी फिल्म 'हाउसफुल 4' की शूटिंग जैसलमेर में कर रहे थे और रोज सुबह शूटिंग से पहले वो आस पास के गांव में साइकिल चलाने जाते थे जहां उनकी मुलाकात एक परिवार से हुई. अक्षय ने उनसे जानने की कोशिश की, कि क्या उनके यहां टॉयलेट है तो उन्होंने बताया कि उनके यहां एक गड्ढे वाला टॉयलेट है. इसके बाद फिर अक्षय ने उन्हें समझाया कि आखिर वो कैसे दो गड्ढों वाले टॉयलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन, दोनों ही बनाने की सलाह देते हैं.
यहां अक्षय ने इस परिवार को अपने मोबाइल में भारत सरकार के उस कैंपेन को भी दिखाया जिसमें वो और भूमि पेडनेकर लोगों को पीने के साफ पानी और सफाई के बारे में बता रहे हैं.
अक्षय कुमार ने बताया, कैसे लोगों के बीच दो गड्ढे वाले टॉयलेट को लेकर पूरा ज्ञान नहीं है. लोगों को लगता है दो गड्ढे वाले टॉयलेट को इस्तेमाल करने में प्रॉब्लम होती है. लेकिन यहां लोगों को जानने की जरुरत है कि ऐसे टॉयलेट को अगर 6 सदस्य का परिवार इस्तेमाल करता है तो इसे भरने में 5 साल का वक्त लगता है.
अक्षय का आगे ये भी कहना है कि अगर वेस्ट मटेरियल को एक गड्ढे से दुसरे गड्ढे में डाल दिया जाता है तो वो खाद बन जाता है और इसे इसकी क्वालिटी की वजह से गोल्डन खाद भी कहा जाता है क्यूंकि ये सबसे अच्छे किसम का खाद होता है.
अक्षय ने बताया है कि कैसे उन्होंने जिस जैसलमेर के परिवार से मुलाकात की थी उसने 1500 रुपये में एक डबल गड्ढे वाला टॉयलेट बना लिया है और अब पूरा गांव भी ऐसी ही कोशिश कर रहा है.