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इनकार के बाद मुझे राइटिंग में इंटरेस्ट जागा था: चित्रांगदा सिंह

बॉलीवुड एक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह बॉलीवुड में परफॉर्मेंस बेस्ड रोल्स के जानी जाती हैं. हालांकि, पर्दे पर अक्सर बेहद बोल्ड और तेजतर्राट अवतार में नज़र आने वाली चित्रांगदा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि लोग उन्हें कॉर्पोरेट वर्ल्ड में वर्किंग वुमेन के रोल में ही इमेजिन करते हैं.

अपनी अपकमिंग फिल्म बाजार के प्रमोशन के सिलसिले में एक इंटरव्यू के दौरान चित्रागंदा ने कहा-मुझे नहीं पता कि मुझे ऐसे रोल क्यों ऑफर होते हैं जिसमें महिलाएं ओवरकॉन्फिडेंट, पावरफुल,मजबूत और आकर्षक होती हैं.मैं आज तक ये बात नहीं समझ पायी कि हजारों ख्वाहिशें ऐसी की गीता और महिलाओं की तरह पॉवरफुल क्यों नहीं हो सकती.स्क्रीनप्ले के हिसाब से वह फिल्म में बेहद जरुरी थी लेकिन शायद लोगों का परसेप्शन था.

शायद वह कमजोर,प्यार में पागल और आवाज़ न उठाने वाली महिला थी और वह पुरुषों का कहना मानती थी.वह जुनूनी मगर बेवकूफ थी जो कि गहरायी से सोचती थी,मैं सुधीर मिश्रा को यह बात हमेशा कहती थी.इनकार के बारे में बात करते हुए चित्रांगदा ने कहा कि सुधीर मिश्रा ने उन्हें फिल्म का क्लाइमेक्स लिखने की इजाजत दी थी जहां से उन्हें फिल्म राइटिंग में रूचि जागी.सुधीर ने मुझसे इसके बाद कहा था कि मुझे लिखना चाहिए.ऐसे रोल्स करने का फैसला मैंने कोई प्लान करके नहीं लिया था.इनकार बस यूँ ही मुझे मिल गई थी.हम उसमें कुछ और दिखाना चाहते थे लेकिन अर्जुन को वह आईडिया जमा नहीं.

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