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आमिर खान ने किया खुलासा, बचपन में पटाखों से लगता था डर

दिवाली में बस एक दिन रह गया है. बांद्रा वेस्ट के कार्टर रोड में आमिर खान अपनी फैमिली के साथ रह रहे हैं क्यूंकि उनके पाली हिल वाले घर पर रेनोवेशन का काम चल रहा है. मरून कुर्ता और ब्लैक ट्राउजर में आमिर मेरे सामने आए चाय पर उनके साथ बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ. अभिनेता के लिए यह दिवाली इसलिए भी खास है क्यूंकि इस दिवाली उनकी फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' रिलीज हो रही है, जिसमें वह पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ दिखाई देंगे. मैं यह देखकर हैरान रह गया कि उनके हाथ सिगरेट की जगह पाइप थी. एक समय था जब आमिर बहुत सिगरेट किया करते थे. मिस्टर परफेक्शनिस्ट के अलावा अगर कोई शख्स पाइप पिया करता था तो वह थे शिवसेना चीफ बाला साहेब ठाकरे थे. उनके पास कलेक्शन हुआ करता था. इस बातचीत में आमिर ने आगामी फिल्म, दिवाली और अमिताभ के साथ काम करने के विषय पर बात की.


दिवाली पर...

मैं साल में सर्फ एक बार दिवाली की रात जुआ खेलता हूं. मैंने पत्ते खेलना तब शुरू किया जब मैं 16- 18 साल का था. बिल्डिंग के सभी बच्चों के साथ पत्ते खेलता था. उसके बाद बड़ों एक साथ तीन पत्ती खेलना शुरू किया. मैं बहुत कम जीतता था. मेरा पूरा बजट सिर्फ 1000 रुपये होता था. बाद में तीन पट्टी की जगह पोकर आ गया, 'कमाल का गेम है'. मुझे पत्ते खेला पसंद है लेकिन पटाखे फोड़ना बिलकुल नहीं पसंद. बचपन में मैं बहुत डरता था. एक सीन के दौरान मैं जोर से चिल्लाया और उनका हाथ पकड़ लिया.

अमिताभ बच्चन के साथ काम करना

मैं हमेशा सोचता था कि कब मुझे अमित जी के साथ काम करने का मौका मिलेगा. मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था. जब हम माल्टा में फिल्म शूट कर रहे थे, मैं उनसे हजारो सवाल पूछता था. मैं एक बार मैंने उनसे कहा, 'चलो फिल्म देखने चलते है. उन्होंने हैरानी से मेरी तरफ देखा और पूछा 'कौन सी फिल्म'. मैंने कहा हॉलीवुड सुपरहीरो फिल्म 'वंडर वूमेन'. उन्होंने मुझसे कहा कि सिक्योरिटी का क्या. मैंने कहा यहां माल्टा में हमें कौन जानता है. फिल्म देखते वक़्त मैं रोटा भी हूं, हंसता भी हूं और डरावना सीन देखकर डर भी जाता हूं. वह भी जोर से चिल्लाए. हमें बहुत मजा आया.

अमित जी से जब मैं पहली बार मिला उस समय मैं ऊटी में 'जो जीता वही सिकंदर' की शूटिंग कर रहा था. एक शाम में अपने होटल रूम में आया तब रिसेप्शनिस्ट ने मुझसे कहा कि अमिताभ बच्चन का कॉल आया था, मुझे लगा कोई मेरे साथ मजाक कर रहा है. इसके रात 8. 230 बजे फ़ोन बजा. फ़ोन उठाते ही मैंने उनकी आवाज सुनी, 'हेलो, मैं अमिताभ बच्चन बोल रहा हूं.' वो जो भी कहते, मेरे मुंह से बस 'यस सर' निकल रहा था. अगर वह पूछते कि ऊटी का मौसम कैसा है तब भी मेरे मुंह से 'यस सर' ही निकल रहा था.'

अमित जी के साथ काम करना
शूट शुरू होने तक वह अपनी लाइन्स की रिहर्सल करते हैं. हमारा पहला शॉट फाइट सीन था. मैं बहुत नर्वस था लेकिन हमने अच्छा शॉट दिया. मैंने कहा, अमित जी 'बधाई हो', हमने अपना पहला शॉट दे दिया. वह हैरान थे और कहा, क्या यह हमारा पहला शॉट था. मुझे उनके सामने स्मोक करने से डर लगता था. मैंने शाहरुख को फ़ोन किया, जिन्होंने उनके साथ कुछ फिल्में की है. उन्होंने कहा अमित जी बहुत कूल है, वह तुम्हे स्मोकिंग के लिए कुछ नहीं कहेंगे. मुझे नहीं पता था कि अमित जी को अस्थमा की बीमारी है. उनके सामने स्मोक करने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी.

कटरीना कैफ के बारे में

यह लड़की अलैयन की तरह है. कैटरीना ने अपने किरदार के लिए बहुत मेहनत की है. सुरैया गाने में उसका डांस देखिए. मैं तो बस मस्ती कर रहा हूं. उसे डांस करते हुए देखना मुझे अच्छा लगता है.

मेरे बेटे ने मेरी फिल्म देखी

आजाद को एक्शन फिल्मे देखना नहीं पसंद. वह अपनी आंखे बंद कर लेता है. एक्शन सीन्स के दौरान किरण उसकी आंखो पर अपना दुपट्टा रख देती है. वह ज्यादातर एनिमेशन्स फिल्म देखता है लेकिन उसे ठग्स ऑफ हिंदोस्तान पसंद आई. उसने मुझसे पूछा इनके किरदार (अमित जी) का नाम आजाद क्यों है. मैंने कहा तुम्हारी वजह से.

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