राइटर विंटा नंदा की शिकायत के बाद फाइनली कल मुंबई के ओशिवारा पुलिस ने आलोक नाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया था. इस मामल में मुंबई पुलिस का कहना था कि पूरे सुबूतों की जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता ने कई सुबूत दिए थे जिसे लेकर एक टीम काम कर रही थी, जब जांच पूरी हो गई तब ये फैसला लिया गया. राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी राज्य के डीजीपी और मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर इस मामले में कार्यवाही करने को कहा था.
अब अलोक नाथ ने मुंबई पुलिस के एफआईआर के फैसले को गलत बताते हुए इस एफआईआर के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है. आलोक नाथ के वकील अशोक सरावगी हाईकोर्ट में इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. बता दें, हाल ही में मुंबई के एक कोर्ट में आलोक नाथ के वकीलों ने कहा था कि वो तबियत खराब होने की वजह से कोर्ट की सुनवाई का हिस्सा नहीं बनेंगे और जिसपर कोर्ट ने आलोक नाथ के वकीलों को खरी खोटी सुनाई थी.
बता दें, आलोकनाथ के खिलाफ प्रोड्यूसर विंटा नंदा ने शिकायत की थी. मीटू मूवमेंट के तहत विंटा नंदा ने ये खुलासा किया था कि एक्टर आलोक नाथ ने उनका रेप किया था. इतना ही नहीं उन्हें धमकियां दी गई थी कि वो खामोश रहें.