बॉयोपिक की दौड़ में फिल्ममेकर सिद्धार्थ रॉय कपूर की एक नई फिल्म भी शामिल होने जा रहीं है. सिद्धार्थ रॉय कपूर ने राजा राम तिवारी की जिंदगी पर आधारित फिल्म बनाने के राइट्स खरीद लिए हैं. राजा राम ने कुंभ के मेले में खोए 14 लाख लोगों को उनके परिवरों से मिलाया है. इस फिल्म का टाइटल 'भूले भटके तिवारी' रखा गया है. जल्द ही इस फिल्म की स्क्रिप्टिंग पर काम शुरू हो जाएगा.
फिल्म से जूड़े सूत्रों का कहना है, 'हालांकि एक सच्ची कहानी पर बेस्ड है, लेखक कुछ काल्पनिक घटनाओं को डालेंगे जिससे स्क्रीनप्ले को नाटकीय स्पर्श और दर्शकों के लिए कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए एक सिनेमाई दृष्टि प्रदान की जाएगी.
बता दें, साल 1946 में जब राजा राम तिवारी 18 साल के थें तब उन्होंने पहली बार कुंभ मेला अटेंड किया था और मेले की भीड़ में खोई एक बुजुर्ग महिला की कहानी से काफी हिल गए थे. यही वजह थी कि एक अंजान होने के बावजूद उन्होंने खोई महिला को उसके परिवार से मिलाने में पूरी जी जान लगा दी. इस निस्वार्थ भाव के बाद उन्होंने जो खुशी अनुभव की और खुद को देखा उससे उन्हें मेले में बिछड़े लोगों को ढूंढने का विचार आया.
70 सालों से 20 अगस्त 2016 यानी मृत्यु से पहले तक वो लोगों की मदद करते रहें. राजा राम तिवारी की सोशल सर्विस का नाम खोया पाया शिविर था. उनकी मौत के साथ अब उनके बेटे उमेश इस लेगेसी को आगे बढ़ा रहें है.
फिल्म की कास्ट से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी सामने नहीं आई है.