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अक्षय की 'म‍िशन मंगल' के बाद क्‍या इसी सब्‍जेक्‍ट पर फ‍िल्‍म बनाएंगे न‍िख‍िल आडवाणी ?

हाल ही में, वास्तविक जीवन की घटनाओं या वास्तविक जीवन पात्रों के आधार पर बनी फिल्में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक सफल फार्मूला साबित हुई हैं. हालांकि बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में वास्तविक जीवन की कहानियों पर फिल्म बनाने का ये ट्रेंड नया नहीं है. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस तरह की फिल्मों के ग्राफ में काफी उछाल देखा गया है. इस तरह की फिल्मों को न केवल सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है, बल्कि टिकट खिड़कियों पर भी इन फिल्मों ने अच्छी कमाई की है. यही वजह है जो कई फिल्म निर्माताओं ने इस तरह को प्रोजेक्ट्स को अपनाया और ऐतिहासिक घटनाओं पर रोशनी डालते हुए उन लोगों की बात की जिन्हें भुला दिया गया है या जिनके बारे में बात भी नहीं की जाती.

रिसेंटली फॉक्स स्टार स्टूडियोज के साथ मिलकर अक्षय कुमार और आर बाल्कि की एक फिल्म की घोषणा हुई थी जो भारत के 2014 मंगल मिशन पर बेस्ड है. इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, तापसी पन्नू, शरमन जोशी, कीर्ति कुल्हारी और नित्या मेनन नजर आएंगे. खबरों के मुताबिक इस फिल्म में मंगलयान मिशन में महिलाओं के योगदान को दिखाया जाएगा. अब पीपिंगमून को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक एक और फिल्म मंगलयान मिशन पर बनने वाली है.

निखिल आडवाणी जो फिलहाल जॉन अब्राहम के साथ फिल्म 'बाटला हाउस' की शूटिंग कर रहें है वो इसी ऐतिहासिक घटना पर बेस्ड एक और प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं, जिसने भारत को पहले प्रयास में मंगल ग्रह तक पहुंचने के लिए दुनिया का पहला राष्ट्र बना दिया है. लेकिन 'मिशन मंगल' के विपरीत जो एक काल्पनिक कहानी है, निखिल आडवाणी की फिल्म होगी एक बुक पर जिसका नाम 'माय ओडेसे:मेमोरीज ऑफ द मैन बिहाइंड द मंगलयान मिशन' है.

निखिल आडवाणी से जुड़े एक सोर्स का कहना है, 'निखिल आडवाणी के पास माय ओडेसे के बुक राइट्स है, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष डॉ के राधाकृष्णन की आत्मकथा है. डॉ राधाकृष्णन को विश्व के शीर्ष 10 वैज्ञानिकों में से एक माना जाता है और मंगलयान को उनके माइलस्टोन्स में से एक कहा जाता है. फिल्म अपने शुरुआती चरण में है और इसलिए फिल्म के बारे में कोई भी जानकारी देना बहुत जल्दी होगी.

वैसे सूत्र ने आगे ये जरूर बताया कि निखिल आडवाणी की ये फिल्म साल 2019 के अंत में रोल होनी शुरू हो जाएगी.

नीलांजन राउथ द्वारा सह-लिखित डॉ राधाकृष्णन की कहानी हमें भारत की ऐतिहासिक वैज्ञानिक उपलब्धि के दृश्यों की याद दिलाती है और कहानी बताती हैं कि कैसे एक व्यक्ति का विजन और कमिटमेंट राष्ट्र के लिए गर्व की बात साबित हो सकती है. एम्मे एंटरटेनमेंट में लेखकों की टीम कहानी पर काम कर रही है और स्क्रिप्ट लॉक होने के बाद फिल्म के बारे में और जानकारी मिलेगी.

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