
केट शर्मा ने इस खबर को कन्फर्म करते हुए डेली से कहा था, ‘हाँ, मैंने मुंबई पुलिस को सूचित किया है कि मैं सुभाष घई के खिलाफ अपनी शिकायत वापस लेना चाहती हूं. मैं अपने परिवार और मेरी बीमार मां का ख्याल रखना चाहती हूं बजाए यहां वहां घूम के न्याय पाने के.’ उन्होंने आगे ये भी कहा कि लोग सिर्फ मीटू कैंपेन का मजाक बना रहें है क्योंकि कुछ भी नहीं हुआ और पुलिस भी सिर्फ एफआईआर फाइल करने में बिजी है. अब किसी को अरेस्ट नहीं किया. अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है.कोई पुख्ता सबूत न मिलने की वजह से पुलिस ने सुभाष घई को इस मामले से क्लीन चिट दे दी है.
पुलिस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में लिखा-सुभाष घई के ऑफिस में ली गई जन्मदिन की तस्वीरों का फायदा उठाते हुए शिकायतकर्ता ने पहले इसे अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड किया और फिर एक तहलका नाम के यूट्यूब चैनल को तस्वीरें उपलब्ध करवाते हुए गलत बात प्रचारित की कि सुभाष घई उसे ऐतराज़ 2 में लॉन्च करना चाहते हैं.जब घई को यह बात पता चली थी तो उन्होंने केट से बात करना बंद कर दिया और इस बात अपसेट होकर केट ने घई पर झूठे आरोप लगा दिए.केट ने मां की तबियत खराब होने का हवाला देते हुए केस वापस लेने की बात कही है.ऐसे में हमें कोई पुख्ता सबूत न मिलने की वजह से हम इस केस को बंद करते हैं.
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बता दें कि केट के आरोपों के बाद सुभाष घई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर खुद को मीटू मूवमेंट का बहुत बड़ा सपॉर्टर बताया था. उन्होंने ये भी लिखा था कि उनके वकील इस मुद्दे को देखेंगे.