ऑस्कर 2018 में भारत की तरफ से बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म कैटगरी की रेस से रीमा दास की फिल्म 'विलेज रॉकस्टार' बाहर हो चुकी है. दी एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस ने सोमवार को बेस्ट फ़ॉरेन कैटेगरी के लिए अगले राउंड में चुनी गई फिल्मों के नाम की घोषणा कर दी.
बर्ड्स ऑफ;पैसेज (कोलंबिया), द गिल्टी (डेनमार्क), नेवर लुक अवे (जर्मनी), शॉपलिफ्टर्स (जापान), आयका (कजाकिस्तान), कैपरनाम (लेबनान), रोमा (मैक्सिको), कोल्ड वार (पोलैंड) और बर्निंग (साउथ कोरिया) फ़िल्में फ़ॉरेन कैटेगरी में वोटिंग के लिए अगले राउंड में पहुंची हैं. बताते चलें कि 91वें एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए दुनियाभर की 87 फ़िल्में इस कैटेगरी में सबमिट की गई थीं.
'विलेज रॉकस्टार' में रीमा दास ने असं के छोटे से गांव को दिखाया है. फिल्म में 10 साल की लड़की धुनु की कहानी को दिखाया है, अपनी विधवा मां के साथ रहती है. धुनु आसपास होनेवाले सभी कार्यक्रमों में सांप बेचने में मां की मदद करती है. इसी बीच वह एक बैंड को परफॉर्म करते हुए देखती है और मोहित हो जाती है.
धुनु कॉमिक्स बुक पढ़ना शुरू करती है और फैसला करती है कि वह खुद का बैंड बनाएगी, जिसमें ओरिजिनल इंस्ट्रूमेंट बजाए जायेंगे. सपने को साकार करने के लिए वह पैसे जमा करना शुरू करती है लेकिन गांव में बाढ़ आ जाती है और धुनु की प्राथमिकताएं बदल जाती है.