फिल्मकार प्रकाश झा की नई फिल्म ‘परीक्षा: द फाइनल टेस्ट’ सीधे ओटीटी पर रिलीज हो चुकी है. फिल्म में आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, शुभम झा, संजय सूरी लीड रोल में हैं. लेकिन असल में देखा जाए तो फिल्म की कहानी एक पिता और उसके सपनो की है, जो किसी भी हाल में अपने बेटे को पढ़ा कर गरीबी की दलदल से बाहर निकालना चाहता है. ऐसे में फिल्म में पिता की भूमिका निभा चुके आदिल हुसैन ने PeepingMoon से की गयी खास बातचीत में 'स्टार ट्रेक: डिस्कवरी' में काम करने के बारे में बात की है. साथ ही उन्होंने भारत और दूसरे देशो में की जाने वाली स्क्रिप्ट राइटिंग में होने वाले अंतर पर भी रोशनी डाली है.
जैसे की आप नए स्टार ट्रेक: डिस्कवरी में काम कर रहे हैं, तो क्या आपको लगता है कि हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स ने आपको हिंदी फिल्मों की तुलना में अधिक पहचान दी है?
इसेक जवाब में एक्टर ने कहा, "नहीं, मैं कई हिंदी फिल्मों में काम कर रहा हूं. हालांकि, इंटरनेशनल फिल्म्स और प्रोजेक्ट्स आपको एक वैश्विक पहचान देती हैं और स्क्रिप्ट की क्वालिटी भी, आम तौर पर बोलना, बहुत अच्छी तरह की लिखी जाने वाली स्क्रिप्ट, जो एक एक्टर के लिए किसी ट्रीट की तरह है, उस भूमिका की बारीकियों में खुद को उतारना मुझे बेहद उत्साहित करती हैं."
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आगे उन्होंने कहा है, "मैं इंडिया में बहुत काम कर रहा हूं, और मैं मानता हूं कि मुझे वो मिल रहा है जिसका मैं हकदार हूं. काश इंडिया में बेहतर स्क्रिप्ट लिखी जाती. मेरी इच्छा है कि स्क्रिप्ट राइटरों को और पैसा दिया जाना चाहिए, साथ ही और एनर्जी और समय भी. क्योंकि इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स में बहुत समय दिया जाता है, ताकि एक अच्छी स्क्रिप्ट तैयार की जा सके, हालांकि ऐसा इंडिया में नहीं होता."