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Best of 2020: जयदीप अहलावत को फिर आई इरफान की याद, कहा- 'एक फोन का मलाल हमेशा रहेगा, पाताल लोक के बाद काफी कॉल्स आये पर उनका नहीं'

इंडस्ट्री के टैलेंटेड एक्टर इरफान के निधन ने ना सिर्फ उनके परिवार बल्कि जयदीप अहलावत को भी अंदर तक झकझोर कर रख दिया. एक्टर जो पाताल लोक में हाथीराम चौधरी नाम के एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने के बाद सक्सेस का स्वाद चख रहे हैं, ने दिवंगत एक्टर को अपना मार्गदर्शक प्रकाश माना है. PeepingMoon से इरफान के बारे में बात करते हुए एक्टर ने कहा है कि प्रशंसित अभिनेता को 25 साल तक और जीवित रहने की जरुरत थी, ताकि अगली पीढ़ी उन्हें बस देख एक्टिंग सीख पाती.

जयदीप कहते हैं, "अगर इरफान साहब 25 साल और होते तो वो इंडियन सिनेमा को ऐसा कुछ देके जाते की हमारी पीढ़ियां तक उनके काम को देख के एक्टर बन सकती थी. एक एक्टर की यात्रा मैं जो दिया वो जान भी नहीं पाए. मैंने मंत्रमुग्ध हो जा था. आज भी जब उनके काम को देखता हूं तो लगता है इतने विश्वासनीय कोई इंसान किरदार को कैसे बना सकता है? कुछ को रिलेटेबल बनाना मुश्किल है पर वो इंसान इतना वक़्त देते थे. मकबूल अपने आप में एक बाइबिल है. वो इहलौकिक किरदारों में भी जान डाल देते थे. उन्हें अपने क्राफ्ट पर विश्वास था.इसीलिए हमशा याद आते हैं."

(यह भी पढ़ें: Best of 2020: 'पाताल लोक' स्टार जयदीप अहलावत का कहना है, 'कहानी अपने आप में जब हीरो होती है, वो अपने हीरो खुद चुनती है')

इरफान के बारे में बात करते हुए, जयदीप इमोशल हो गए और उनकी आवाज भारी हो गयी. हिम्मत जुटाते हुए, उन्होंने कहा, "एक फोन का मलाल हमेशा रहा, पाताल लोक के बाद इतने फ़ोन आये लेकिन उनके फ़ोन का इंतजार रहा."

जयदीप ने पाताल लोक के लिए अपना पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता, उन्होंने अपनी ब्लैक लेडी को इरफान को समर्पित किया. 

 

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