Peepingmoon.com को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि बॉलीवुड में लगभग 200 से ज्यादा फिल्में करने वाले दिग्गज एक्टर जैकी श्रॉफ जल्द ही एक इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में दिखेंगे. जी हां, ये जरूर जग्गू दादा के फैंस के लिए किसी ट्रीट से कम नही है. खबर है कि जैकी की इस इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में गोवा के 64 वर्षीय एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसका जीवन का पहले कोई आधार नहीं होता पर बाद में वे प्रांस का सेंसेशन म्यूजिशियन बन जाता है. जैकी जिन्हें हाल ही में सलमान खान की राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई में देखा गया था, ने ये इंटरनेशनल फिल्म साइन कर ली है. और वे जल्द ही इस साल के एंड तक इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे.
अभी तक अनटाइटल्ड वाली इस फिल्म को लेकर कहा जा रहा है कि यह फिल्म जोसेफ मैनुअल दा रोचा के कलरफुल लाइफ पर बेस्ड है. जोसेफ मैनुअल को स्लो जो के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने 2009 में फ्रांस के रेनेस में ट्रांस म्यूजिकल के एडिशन में काफी सुर्खियां बटोरीं थी. फिल्म में दिखाया जाएंगा कि कैसे गोवा के समुद्र तटों पर एक फ्रांसीसी म्यूजिशियन ने एक गायन प्रतिभा की खोज की...कैसे उसकी लाइफ बदली, कैसे अपने प्रतिभा के दम पर इस म्यूजिशियन का जीवन बदल गया. ये भी दिखाया जाएंगा की कैसे इस म्यूजिकल बैंड ने जिसका नाम स्लो जो एंड द जिंजर ने मिलकर सिर्फ पांच सालों में फ्रांस, स्पेन, इटली, भारत स्विट्जरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम जैसे देशों में 250 से ज्यागा कॉन्सर्ट कर दमदार प्रदर्शन किया.
ये फिल्म भारत, फ्रांस और सिंगापुर के बीच को-प्रोडक्शन के रूप में बिल्ड की गई है. स्लो जो बायोपिक को सौमिक सेन डायरेक्ट करेंगे. सौमिक इससे पहले माधुरी दीक्षित और जूही चावला स्टारर गुलाब गैंग (2014) और इमरान हाशमी की व्हाई चीट इंडिया (2019) को डायरेक्ट कर चुके है. ये प्रोजेक्ट भारतीय मूल की सिंगापुर की प्रोड्यूसर श्रेयशी सेन के दर्पण ग्लोबल बैनर तले बनेगा. ये फिल्म अंग्रेजी, फ्रेंच और कोंकणी में बनेंगी. फिल्म की शूटिंग गोवा, मुंबई, पेरिस और फ्रांस के लियोन में होगी.
22 मार्च 1943 को मुंबई में जन्मे स्लो जो ने कई सालों तक एक भटकते हुए कवि की तरह जीवन जिया. दिल्ली से लेकर चोरो द्वीप तक धूमना...स्मोकिंग, शराब पीना और ड्रग्स का आदी होना. उनके ड्रग्स और शराब की लत थी, लेकिन उन्होंने गोवा में एक गाइड के रूप में काम करते हुए अपने जीवन को सही दिशा तब मिली जब एक फ्रांसीसी संगीतकार ने उनकी दुर्लभ कर्कश आवाज की खोज की थी. उनका निधन साल 2016 में हुआ था.