जिस समय कप्तान विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध पर गए थे उस समय उनकी उम्र सिर्फ 24 साल थी. उनकी कहानी देश के लाखों युवा को प्रेरित करती है. करण जौहर और सब्बीर बॉक्सवाला की आगामी प्रोडक्शन 'शेरशाह' 1999 के कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा द्वारा दिखाई गई प्रतिभा और बहादुरी की इस अविश्वसनीय कहानी को याद करते हैं. बत्रा के रूप में सिद्धार्थ मल्होत्रा और डिंपल चीमा के रूप में कियारा आडवाणी स्टारर यह बायोपिक विक्रम बत्रा और उनके परिवार के लिए श्रद्धांजलि है.
क्या फिल्म लिखते वक्त सिद्धार्थ मल्होत्रा के दिमाग में थे या उन्हें बाद में ऑन बोर्ड लिया गया इस सवाल के जवाब पर लेखक ने कहा, 'वास्तव में हमारे को- प्रोड्यूसर शब्बीर बॉक्सवाला ने कैप्टन विक्रम बत्रा के परिवार से राइट्स मिलने के बाद विक्रम के किरदार के लिए सिद्धार्थ मल्होत्रा से संपर्क किया था. सिद्धार्थ जानते थे कि यह एक बेहतरीन मौका है, साथ ही कहानी भी बड़ी है. वह तुरंत ऑन बोर्ड आ गए. हम इससे बेहतर कुछ नहीं मांग सकते थे और जब धर्मा प्रोडक्शंस ने निर्माता के रूप में कदम रखा तो हम जानते थे कि हम अच्छे हाथों में हैं. हमें पता था कि हम वह फिल्म बनाएंगे जो हम बनाना चाहते है. फिल्म में सिद्धार्थ की परफॉर्मेंस की बात करते है ... खैर, यह किरदार सिर्फ और सिर्फ उनके लिए है. फिल्म को रिलीज होने दें, सिद्धार्थ का प्ले देखकर आप हैरान रह जाएंगे. उन्होंने ऐसा अद्भुत काम किया है. कैप्टन विक्रम बत्रा का उनका किरदार कुछ ऐसा है जिसे लोग बहुत लंबे समय तक याद रखने वाले हैं.
कैप्टन बत्रा को उनकी बहादुरी के लिए सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से नवाज़ा गया था. विष्णु वर्धन इस फ़िल्म से बॉलीवुड में बतौर निर्देशक पारी शुरू कर रहे हैं. फ़िल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी मुख्य भूमिकाओं में हैं.