संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज रोकने के लिए करणी सेना नामुमकिन प्रयास कर रही है. कल खुफिया एजेंसियों द्वारा दिए गए अलर्ट के बाद संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की सुरक्षा मुंबई पुलिस ने बढ़ा दी है.
पपिंग मून.कॉम से करणी सेना के अध्यक्ष जगदीश सिंह ने की एक्सक्लूसिव बातचीत
हम सब जानते है कि राजपूत नारी जाति का सम्मान करता है फिर ऐसा करनी सेना ऐसा क्यों कह रही है कि दीपिका पादुकोण का नाक काटकर लाने वाले को 5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे?
रानी 'पद्मावती' हमारी मां है. हमारे राजस्थान के हर घर में उनकी तस्वीर लगी है और हम उनकी पूजा करते है. दीपिका पादुकोण एक नारी होकर रानी 'पद्मावती' का अपमान कर रही है और एक महिला अगर सती मां का अपमान करती है तो पूरे हिन्दू संघठन को मिलकर उसका नाक काटना चाहिए. एक नारी को इतना अधिकार नहीं वो देवी का अपमान करें. ये मामूली फिल्म वाले फिल्म में कुछ भी दिखाएंगे तो ये करणी सेना बर्दाश्त नहीं करेगी.
ऐसी खबर थी कि आप लोग इस मामले पर शांति प्रत्तिक्रिया अपनाकर बात करना चाहते है और दूसरी तरफ आपके कार्यकर्ता है जो तोड़फोड़ कर रहे है. इसपर आप क्या कहना चाहते है?
संजय लीला भंसाली को दो साल पहले जयपुर की करणी सेना ने मारा लेकिन फिर भी वह नहीं समझा. हिन्दू समाज के लोगो ने कोल्हपुर में उसका सेट जलाया फिर भी उसे नहीं समझ में आया. इन सब के बाद पूरे देश में अगर उग्र आंदोलन होता है, लाखों की भीड़ में लोग मैदान में उतरते हैं तो में भारत सरकार से निवेदन करता हूं कि उन्हें इस बारे में कुछ बात करनी चाहिए. सरकार आगरा जनता की नहीं सुनेगी फिर तो किसी चीज का मतलब ही नहीं है.
महारष्ट्र के मुख्यमंत्री से भी हम मिले थें और उन्होंने भी कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी और योगी जी का भी बयान आया कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे तो लगभग हर कोई हमारे साथ है.
फिल्म का विरोध आप लोग किस आधार कर रहे हैं? क्या आप लोगो ने फिल्म देखी है?
आज से डेढ़ साल पहले टीवी में आया की खिलजी की प्रेमिका पद्मिनी को दिखाएंगे और फिल्म के ट्रेलर में भी जिस तरह से दीपिका को दिखाया गया है. राजपूत समाज की एक भी महिला इस तरह के कपड़े नहीं पहनती है. गाने में दीपिका सबके सामने 'घूमर' कर रही है और हमारे यहां की रानिया घर से बाहर नहीं निकलती है.
करणी सेना की धमकियां संजय लीला भंसाली , दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के लिए है तो क्या शाहिद कपूर के खिलाफ भी आप लोग मोर्चा उठाएंगे?
हम सब के खिलाफ है लेकिन भंसाली मुख्य है. आज नाक काटने की बात आई है कल कुछ और बात आएगी. हम उन सब के खिलाफ है जो फिल्म 'पद्मावती' से जुड़े हुए है. हम उन सब के खिलाफ है जो इतिहास को तोड़ मरोड़ के दिखाते है, जैसे जोधा-अकबर को देख लो राजस्थान में करणी सेना ने आज तक जोधा-अकबर को रिलीज होने नहीं दिया.
सिर्फ हिंदुओ के नामा पर क्यों फिल्म बनाई जाती है , मुस्लिमों के नाम पर क्यों नहीं फिल्म बनती. भंसाली ने बाजीराव-मस्तानी बनाई थी, इतिहास का इस्तेमाल कर भंसाली अपनी टीआरपी बनाता है. अगर सरकार और सेंसर बोर्ड ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो हिंदू समाज के लोग उस थिएटर को आग लगा देंगे जिस थिएटर में फिल्म रिलीज की जाएगी.
दीपिका फिल्म के सपोर्ट में अकेली खड़ी है इसलिए या फिर वो फिल्म से जुड़ी है इसलिए विरोध किया जा रहा है?
भंसाली खुद पीछे हट रहा है और दीपिका को आगे कर रहा है. वो एक नारी है लेकिन एक नारी को भी दूसरी नारी का सम्मान करना चाहिए. अपनी आन बान और शान बचाने के लिए रानी पद्मावती ने 16, 000 रानियों के साथ मिलकर खुद को जौहर कर लिया क्यूंकि रानी पद्मिनी खिलजी को अपना चेहरा नहीं दिखाना चाहती थीं और ये लोग अपनी टीआरपी बढ़ाना चाहते है और कुछ नहीं.
महिलाओं के खिलाफ हो रहे यौन शोषण परआपका क्या कहना है?
आज भी किसी महिला के साथ कुछ गलत होता है तो पूरी राजपूत जाती मैदान में उतर जाती है. हजारो साल पहले से राजपूत है और छत्रीय का मतलब होता है छत्तीस कौम की रक्षा करनेवाला इसलिए राजपूत किसी महिला के साथ कुछ गलत हुआ तो बर्दाश्त नहीं करते.
हमारी रानी 16, 000 रानियों के साथ मिलकर आग में जौहर ही गई. भंसाली को उसके पिताजी का नाम नहीं पता. आज वो अपने नाम अपनी मां (लीला) का नाम लगाता है. उसे तो यही नहीं पता कि उसका पिता कौन है. मां का सम्मान करना वो जानता नहीं, मां क्या होती है.