संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' का गुरुवार को पहला पोस्टर रिलीज कर दिया है. दीपिका के लुक की चौतरफा चर्चा हो रही है. पोस्टर में जो कॉस्ट्यूम और ज्वैलरी पहनी है वो बेहद खूबसूरत है.
इन डिजाइनर्स ने पहनाए 'पद्मावती' को कपड़े
पद्मावती के कपड़ों में चित्तौड़ के 14वीं शताब्दी के आर्ट वर्क के साथ तुर्की के डिजाइनों का भी समावेश दिखाया गया है. रणवीर सिंह के कपड़ों में ईरानी सभ्यता की झलक दिखाई दे रही है जबकि दीपिका पादुकोण में भारतीय परंपरा के साथ दक्षिणी टच होगा क्योंकि रानी पद्मावती का ताल्लुक श्रीलंका से रहा है. 'पद्मावती' के कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग का काम दिल्ली की डिजाइनर जोड़ी रिम्पल और हरप्रीत नरूला ने संभाला है. शाहिद, दीपिका और रणवीर के कॉस्ट्यूम इन्हीं ने डिजाइन किए हैं.
ऐसे दिया इन स्टार्स को लुक
ऐसा माना जा रहा है कि शाहिद और दीपिका की सेम हाइट दिखाने के लिए शायद हाई हील का इस्तेमाल किया गया है. रिंपल और हरप्रीत पहली बार बॉलीवुड में काम कर रहे हैं. रणवीर सिंह की कद-काठी और उनका लुक हमेशा से ही एक रजवाड़े जैसा लगता है. उन्होंने उसके किरदार पर काफी काम किया. उनका कहना है कि उन्होंने 14वीं शताब्दी पर पूरा रिसर्च किया. उस समय जो कपड़ों के कट्स, कढ़ाई और रंग हुआ करता था उसपर पूरा ध्यान
दिया गया. रणवीर को जिम्मेदार और इंटेस दिखाना था जिसके लिए उन्होंने रंगों का सहारा लिया. वहीं शाहिद के लुक को उन्होंने धीर, गंभीर राजा का लुक दिया है. कॉस्ट्यूम डिजाइनर का ये भी कहना था कि सभी कॉस्ट्यूम को संजय लीला भंसाली ने ही पास किया है.
जानें 'पद्मावती' कैसे है 'जोधा अकबर' से अलग?
डिजाइनर ने बताया कि दीपिका और ऐश्वर्या के लुक में काफी अंतर है. हम लोगों ने मेवाड़ के रंग, दुपट्टा, नेकलाइन का इस्तेमाल किया है. पद्मिनी का कैरेटर और लुक ट्राइबल संस्कृति से प्रभावित दिखेगा. पोस्टर में जो दीपिका की मिली हुई आइब्रो नजर आ रही है वो भी ट्राइबल लुक से मेल खाती है.
यहां से मिली फिल्म बनाने की प्रेरणा
आपको बता दें कि भंसाली ने करीब दस साल पहले रोम और पेरिस में अल्लाउद्दीन खिलजी और मेवाड़ की रानी पद्मावती को लेकर नाटक किया था और तब से ही उनकी इस कहानी पर फिल्म बनाने की तमन्ना रही है.
फिल्म की कहानी को लेकर विवाद
राजस्थान में पद्मावती की शूटिंग के दौरान फिल्म की कहानी पर विवाद हुआ. कुछ संगठनों का आरोप था कि पद्मावती के चरित्र के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. कथित तौर पर अलाऊद्दीन के साथ रानी के प्रणय दृश्यों पर आपत्ति की गई. करनी सेना ने शूटिंग का विरोध किया और तोड़फोड़ की. रिपोर्ट्स के मुताबिक भंसाली के साथ मारपीट भी की गई. विरोध के बाद भंसाली ने पैकअप कर लिया.
क्या है रानी पद्मावती की कहानी
अलाउद्दीन खिलजी और पद्मावती का प्रसंग शूफी कवि मल्लिक मुहम्मद जायसी ने शेर शाह सूरी के काल में 1540 में लिखा था. कहानियों के मुताबिक अलाउद्दीन रानी पर आशक्त था और उसने उन्हें हासिल करने के लिए चित्तौड़गढ़ पर हमला कर दिया था. हालांकि वह रानी के जीते जी ऐसा करने में कामयाब नहीं हुआ.