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'चंद्रकांता' से 'चाणक्य' तक, जानें उन टीवी सीरियल्स के बारे में जिनसे इरफान को मिली थी घर-घर पहचान

अपनी शानदार एक्टिंग के दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले इरफान खान अब इस दुनिया में नहीं रहे. इरफान ने 54 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए. इरफान के जाने से बॉलीवुड ही नहीं हर कोई  सदमे में हैं. आज हम आपको उनके टीवी से लेकर बॉलीवुड तक के सफर के बारे में बताने जा रहे हैं.
 

बॉलीवुड के स्टार एक्टर इरफान खान के लिए एनएसडी से पासआउट होने के बाद करियर के शुरुआती दिन काफी संघर्ष भरे थे. इरफान ने फिल्म इंडस्ट्री में जो मुकाम हासिल किया वहां तक पहुंचने का सफर उनके लिए आसान नहीं था. पहले उन्हें फिल्मों की जगह टी.वी सीरियल में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे और इस तरह से इरफान के करियर की शुरुआत बतौर जूनियर एक्टर हुई थी. इरफान का पहला टीवी शो 'श्रीकांत' था और इसके बाद उन्होंने 'भारत एक खोज', 'कहकशां' 'सारा जहां हमारा', 'बनेगी अपनी बात', 'चाणक्य', 'अंगूरी', 'स्पर्श' और 'चंद्रकांता' जैसे सीरियलों में काम किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई. 
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इरफान को सबसे पहले टीवी सीरियल्स से पहचान मिली जिसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में अपना सिक्का जमाया. हालांकि इरफान ने टीवी में आने से पहले कुछ फिल्मों में काम किया लेकिन उन्हें पहचान नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने टेलीविजन का रुख किया था. 'चाणक्य', 'भारत की खोज', 'सारा जहां हमारा', 'बनेगी अपनी बात', 'चंद्रकांता' जैसे सीरियल्स ने इरफान खान को लोगों की नजरों में ला दिया. 

जिसके बाद उन्हे पहली फिल्म साल 1988 में  मिली जिसका नाम 'सलाम बॉम्बे' था. इस फिल्म को मीरा नायर ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में उनका बहुत ही छोटा पर महत्वपूर्ण रोल था लेकिन उनके रोल को एडिट भी किया गया था जिससे इरफान निराश हुए थे.

कई साल टीवी में काम करने के बाद इरफान टीवी सीरियल्स से काफी बोर हो गए थे. इरफान टीवी इंडस्ट्री की एक ही पैटर्न की एक्टिंग से उब चुके थे और चैलेंजिंग रोल्स की कमी के चलते एक्टिंग छोड़ने का मन भी बना चुके थे. इरफान के मन में कई बार ये ख्याल आता था कि वह सब कुछ छोड़ कर अपने घर वापस चले जाए और दूसरी तरफ उन्हें यह चिंता सताती रहती कि अगर वह वापस घर चले गए तो वह अपने परिवार को कैसे संभालेंगे.
हालांकि लगातार संघर्ष के बाद साल 2001 में आई ‘द वॉरियर’ फिल्म इरफान के करियर की टर्निंग प्वाइंट साबित हुई. इस फिल्म से उन्हें जबरदस्त पहचान मिली. इस के बाद फिल्म 'मकबूल' और ‘हासिल’ से वो अपने आपको इंडस्ट्री में स्थापित करने में कामयाब रहे थे और फिर इसके बाद इरफान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 

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