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Mother's Day Special: ये है बॉलीवुड की वो 10 दमदार 'मां', जो अपने बच्चे के लिए गईं किसी भी हद तक

10 मई यानी आज मदर्स डे है. ये दिन मदर्स के लिए बेहद खास होता है. इस दिन बच्चे आनी मां को स्पेशल फील कराने का मौका नहीं छोड़ते. ऐसा हो भी क्यों न हर किसी की जिंदगी में मां की भूमिका सबसे अनोखी और अलग होती है. मां की जगह किसी भी शख्स की जिंदगी में कोई नहीं ले सकता है. वहीं बच्चें इस दिन को अपनी मां के लिए खास बानने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं बॉलीवुड की वो 10 दमदार 'मां' के बारे में...जो अपने बच्चे के लिए किसी भी हद तक गई है. 

1. मॉम (2017) 
साल 2017 में आई फिल्म 'मॉम' को रवि उदयावर ने डारेक्ट किया था. श्रीदेवी ने इस फिल्म में माँ का किरदार निभाया था. दिल्ली में देवकी (श्रीदेवी) एक टीचर है. उसकी दो बेटियां हैं जिसमें से बड़ी आर्या सबरवाल (सजल अली) है. आर्या अपने दोस्तों के साथ एक पार्टी में वह जाती है जहां पर उसका क्लास मेट मोहित, उसका भाई और दो अन्य लोग बलात्कार करते हैं. सबूतों के अभाव में ये अपराधी छूट जाते है. जिसके बाद आर्या की मां देवकी अपनी बेटी के लिए किसी भी हद तक जाकर अपराधियों को अपने तरीके से सजा देती है. 

2. जज्बा (2015)
फिल्म 'जज्बा' दक्षिण कोरियाई फिल्म सेवेन डेज की रीमेक है. यह एडवोकेट अनुराधा वर्मा (ऐश्वर्या राय बच्चन) की कहानी है जो बेहद कामयाब है. यह एडवोकेट सिंगल मदर भी है और एक दिन उसकी बच्ची का अपहरण हो जाता है. फोन आता है कि अपहरण करने वाले को अनुराधा के पैसों में दिलचस्पी नहीं है, वह सिर्फ यह चाहता है कि कभी कोई मुकदमा न हारने वाली यह वकील रेप के मामले में फांसी की सजा पाए अपराधी मियाज शेख (चंदन रॉय सान्याल) को रिहा कराए. ऐसा नहीं हुआ तो वह अपनी बच्ची को जिंदा नहीं देख सकेगी. शेख को छुड़ाने के लिए केवल सात दिन हैं. इन्ही सब परिस्थितियो के बीच एक मां अपने बच्चे को कैसे बचाती है ये ही फिल्म की यूएसपी है. वहीं दूसरू और फिल्म में शबाना आजमी रेप और हत्यारे का शिकार हुई युवती की मां की प्रभावी भूमिका में थी. दोनों ही मां अपने अपने बच्चे के लिए सामने आकर मुश्किलों का सामना करती हैं. फिल्म को संजय गुप्ता ने डायरेक्ट किया था. 


3. मातृ (2017)
'मातृ' के डायेरेक्टर अश्तर सैय्यद थे. इस फिल्‍म को माइकल पेलिको ने लिखा है. 'मातृ' एक मां के बदले की कहानी है, जिसकी बेटी का बलात्कार उसकी आंखों के सामने हो जाता है. जिसके बाद वह अपनी भावनाओं को संभालती हुई, पारिवारिक समस्याओं से जूझती हुई और सिस्टम से लोहा लेते हुए एक मां किस तरह सत्ता में बैठे दबंगों को बदले की आग में भस्म कर देती है यही फिल्‍म 'मातृ' की कहानी है. फिल्‍म में रवीना टंडन मां का सश्क्त किरदार निभाया था. 


4. क्या कहना (2000)
प्रीति जिंटा ने फिल्म 'क्या कहना' में एक ऐसी लड़की की भूमिका निभाई थी जो बिनबिहाई मां बन जाती है. इस फिल्म में प्रीति शादी से पहले ही अपने ब्वॅायफ्रेंड से प्रेग्नेंट हो जाती हैं लेकिन उनका ब्वॅायफ्रेंड उन्हें अपनाने से इनकार कर देता है. दुनिया उसको गुहनेगार की नजर से देखती है. शुरू में उसके मां बाप भाई तक उसका साथ छोड़ देते है..लेकिन इन सब के बावजूद वह अपने बच्चे को कोख में रखती है और उसे जन्म देती है. फिल्म में प्रीति ने एक ऐसी मां का किरदार निभाया था जो किसी भी हाल में अपने अजन्में बच्चे को अपने से दूर नहीं करना चाहती हैं. वो अपने इस अजन्में बच्चे के लिए पूरी दुनिया से लड़ जाती हैं. वो अपने बच्चे की पहचान के लिए लड़ती है. ये एक बहुत ही प्यारी फिल्म थी. इस फिल्म में अपनी एक्टिंग के लिए प्रीति को एक कलाकार के रूप में पहचान दिलाई था. इस फिल्म में उनकी एक्टिंग की सबने खूब तारीफ हुई थी. 


5. सीक्रेट सुपरस्टार (2017)
'सीक्रेट सुपरस्टार' को अद्वैत चंदन ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में भ्रूण हत्या, घरेलु हिंसा, एक लड़की की हिम्मत और अपने दम पर कुछ बनने की चाहत जैसे कई पहलु हैं, जिसे हम पहले भी कई बार देख चुके हैं. मगर इस बार खास ये है कि बड़ी ही सुंदरता से इन सभी पहलुओं को फिल्म में छुआ गया था. फिल्म की कहानी इनसिया नाम की 15 साल की एक लड़की की जिसका सपना है सिंगर बनने का लेकिन उसके पिता बहुत ही सख्त हैं और उसे अपने सपने पूरे करने की इजाजत नहीं देते, इसलिए इनसिया बुर्का पहनकर एक गाना रिकॉर्ड करती हैं और उसे यूट्यूब पर अपलोड करती हैं. यूट्यूब पर उस गाने को खूब पसंद किया जाता है और इस तरह वो सीक्रेट सुपरस्टार बनती है. इनसिया को सिंगर बनाने में उसकी मां हर पल अपनी बेटी के साथ रहती है. इनसिया का पिता हर वक्त उसकी मां को मारता है फिर भी ये मां अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने की ख्वाहिश और जद्दोजहद करती है. फिल्म के कई दृश्य इमोशन से भरे था. इनसिया की मां की भूमिका को मेहर विज ने बेहतरीन तरीके से निभाई थी. 


6. स्काई इज पिंक (2019) 
जिंदगी की जंग और उसमें सबकुछ गवां कर भी जीने की कहानी है प्रियंका चोपड़ा की फिल्म 'द स्काई इज पिंक.' फिल्म की कहानी एक लड़की और उसके परिवार के बारे में थी. लड़की है आयशा चौधरी (जायरा वसीम), जो पैदा होने के बाद से ही SCID यानी Severe Combined Immunodeficiency जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है. इसका मतलब है कि आयशा की बॉडी में इम्यून सिस्टम है ही नहीं, वो बहुत जल्दी एलर्जी पकड़ सकती है और भीड़ में नहीं जा सकती. अगर उसने कोई भी बैक्टीरिया पकड़ा तो बहुत जल्दी बहुत बीमार हो जाएगी. आगे चलकर उसको पल्मोनरी फाइब्रोसिस नाम की फेफड़ों की बीमारी भी हो जाती है, जो लाइलाज है. आयशा के मां-बाप निरेन चौधरी (फरहान अख्तर) और अदिति चौधरी (प्रियंका चोपड़ा) उसके पैदा होने के बाद से ही उसे दिल्ली के हर डॉक्टर को दिखा चुके हैं और आगे जाकर उन्हें लंदन में बेटी का इलाज करवाना पड़ता है. अदिति और निरेन के पास पैसे नहीं है और उनकी बच्ची की जिंदगी खतरे में है. निरेन और अदिति अपनी बेटी के लिए दिन-रात काम करके पैसे कमाते है. और अपनी बेटी के इलाज में लगा देते है. ऐसा ही उनका पूरा जीवन निकल जाता है. फिल्म में प्रियंका ने एक ऐसी मां की भूमिका निभाई थी जो अपनी बेटी की जिंदगी बचाने और उसे एक और दिन जिंदा देखने के लिए अपने पूरी जान लगा देती है. 


7. पा (2009)
फिल्‍म 'पा' औरो नाम के एक बच्‍चे की कहानी थी जिसकी उम्र 13 साल है और जिसे प्रोजेरिया नाम की बीमारी हो जाती है. इस बीमारी में व्‍यक्ति बहुत तेजी से बूढ़ा होने लगता है. फिल्‍म में औरो का किरदार अमिताभ बच्‍चन ने निभाया है. औरो की उम्र वैसे तो 13 साल है लेकिन प्रोजेरिया नामक बीमारी होने की वजह से वह बूढ़ा दिखता है. विद्या बालन ने फिल्‍म में विद्या नाम का किरदार निभाया है जो औरो की मां है और पेशे से डॉक्‍टर है. फैमिली वेल एजूकेटेड है इसलिए हस्बैंड, वाइफ दोनों मिल कर अपने बेटे का ख्याल रखते हैं. ये बहुत ही प्यारी और इमोशन्स से भरी हुई फिल्म थी. 


8. बदला (2019) 
'द्रौपदी ने कहा है बदला हमेशा सही नहीं होता, मगर माफ करना भी हमेशा सही नहीं होता', फिल्म के इसी डायलॉग के इर्दगिर्द घूमती है निर्देशक सुजॉय घोष की 'बदला'. सुजॉय की यह सस्पेंस थ्रिलर स्पेनिश फिल्म 'द इनविजिबल गेस्ट' की ऑफिशल रीमेक है। जिन लोगों ने मूल फिल्म नहीं देखी, उन्हें इसका सस्पेंस, थ्रिल और पावर पैक्ड परफॉर्मेंस बांधे रखता है. फिल्म में अमृता सिंह ने मां की दमदार भूमिका निभाई थी. दो अपने बच्चे की मौत की गुथ्ती सुलझाती है. और अपराधी को सजा दिलवाती हैं. 


9. बधाई हो (2018)
यह एक ऐसे अधेड़ दंपत्ति की कहानी है जो एक बार फिर माता-पिता बनने वाले हैं.  नकुल कौशिक (आयुष्मान खुराना) की जिंदगी में तब भूचाल आ जाता है जब उसे पता चलता है कि उसके पिता (गजराज राव) और मां (नीना गुप्ता) फिर पैरेंट्स बनने जा रहे हैं. इसका असर नकुल की लव लाइफ पर भी पड़ता है क्योंकि उसका रोमांस रेने (सान्या मल्होत्रा) से चल रहा है. रेने की मां को जब यह बात पता चलती है तो वह नकुल के परिवार को ठीक नहीं समझती. साथ ही नकुल के परिवार को इस बात को लेकर शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है. लोग मजाक बनाना शुरू कर देते हैं. फिल्म में केवल हास्य ही नहीं बल्कि इमोशन भी है. नीना गुप्ता इस फिल्म की जान है और उन्होंने कई दृश्यों में सिर्फ आंखों से अभिनय कर दिखाया है. नीना तमाम मुश्किलों के बाद भी अपने बच्चे को पैदा करती हैं. 


10. करण अर्जुन (1995)
फिल्म 'करण अर्जुन' कहानी भी मां के ईर्द-गिर्द घूमती है. एक मां के दोनों बेटे 'करण- अर्जुन' मर जाते हैं लेकिन उनके मरने के बाद भी वह आस लगाए बैठी रहती है कि ' मेरे करण- अर्जुन आएंगे'. इसके बाद उनके बेटों का दूसरा जन्म होता है और अंत में एक बार फिर मां अपने बच्चों से मिल जाती है. 

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