By  
on  

Fathers Day Special: कभी डांट कर कभी प्यार से...बड़े पर्दे पर इन 10 फिल्मों ने दिखाई पिता के रिश्ते की अहमियत

पिता एक ऐसा रिश्ता जिसकी छांव में पलकर हमारा जीवन दिशा पाता है. जो कभी ज्यादा लाड दुलार दिखा नही पाता मगर जिंदगी के हर मोड़ पर हमारे साथ होता है. पिता की डांट हमें सही रास्ता दिखाती है तो उनकी सीख हमें बेहतर इंसान बनाती है..परदे पर भी पिता के अलग अलग रूप को वक्त वक्त पर फिल्मकारों ने पेश किया. सिनेमा के संसार में पारिवारिक फिल्में हो या फिर पिता पुत्र और बाप-बेटी के रिश्तों पर बनी फिल्में सभी कुछ न कुछ ऐसा खास एहसास दर्शकों को दे जाती हैं जो इन फिल्मों को हमेशा हमेशा के लिए यादगार बना देता है. ऐसी ही कुछ खास फिल्मों का गुलदस्ता हम आपके लिए ले आएं जिन्हें आप इस फादर्स डे अपने पिता के साथ देखकर इस खास दिन को और भी स्पेशल बना सकते हैं.

दंगल (2016)
फिल्म ‘दंगल’ महावीर फोगट’ जो पूर्व नेशनल लेवेल के पहलवान रह चुके है उनके जीवन पर आधारित है. इस फिल्म में एक बाप जो हमेशा एक बेटे की चाह में जीता है उसे लगता है कि उसका बेटा गोल्ड मेडल जीत कर लाएगा. लेकिन चौथी बार भी उसे लड़की होती है और फिर वह अपनी बेटियों के लिए समाज से लड़ता है....वो समाज जहां लड़कियां पहलवान नहीं होती, अखाड़े में नहीं उतरती और खेलना चाहें भी तो पहलवानी या कुश्ती नहीं लड़ती..उन्हें सम्मान दिलाता है.

पीकू (2015) 
शुजीत सरकार की फिल्म पीकू बूढ़े पिता के संघर्ष की कहानी है. फिल्म का विषय था बाप-बेटी का सम्बन्ध, फिल्म में अमिताभ एक ऐसे बूढ़े बाप बने हैं जो नौकरी से रिटायर्ड हैं और बीमारियों से परेशान, इसमें दीपिका पादुकोण ने बेटी का किरदार निभाया है जो अपने पिता की बीमारी के साथ उनके बिगड़ते हुए मानसिक हालातों को अपने करियर के साथ-साथ संभालती है. 

पा (2009 )
अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और विद्या बालन स्टारर फिल्म 'पा' साल 2009 में आई और कई सारे रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाब रही. डायरेक्टर आर बाल्कि के निर्देशन में बनी इस फिल्म में पिता और पुत्र के एक अनोखे रिश्ते को दिखाया है. फिल्म में प्रोजेरिया से पीड़ित बेटे का किरदार निभाया अमिताभ बच्चन ने और उसके पिता का किरदार खुद उनके बेटे अभिषेक ने निभाया है. ये बेहद मार्मिक कहानी थी जो 13 साल के एक बीमार बच्चे की थी. जिसमे साहस और आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा था. 

अंग्रेजी मीडियम (2020)
फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' बॉलीवुड की दिवंगत अभिनेता इरफान खान की आखिरी फिल्म थी. फिल्म में बाप-बेटी के रिश्ते को बहुत ही खूबसूरत तरीके से दिखाया गया है. इस फिल्म में इरफान ने एक हलवाई की भूमिका निभाई थी. फिल्म दिखाया गया है कि एक बाप अपनी बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. यह फिल्म लॉकडाउन से कुछ दिन पहले रिलीज हुई थी. फिल्म में राधिका मदान ने इरफान की बेटी का किरदार निभाया था. 

छिछोरे (2019 ) 
‘छिछोरे’ फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत लीड रोल में थे. फिल्म नितेश तिवारी ने बनाई थी. इस फिल्म में सुशांत ऐसे तलाकशुदा पिता के किरदार में थे, जिसका बेटा पढ़ाई के तनाव से गुजर रहा होता है. बेटा जब फेल हो जाता है, तो वह सुसाइड की कोशिश करता है. जब बेटा आईसीयू में होता है, तब बतौर पिता सुशांत अपने बेटे को बताते हैं कि कॉलेज लाइफ में कैसे वे पीछे थे, लेकिन जीने का हौसला उन्होंने नहीं छोड़ा और बाद में टॉपर बने. इस फिल्म ने 150 करोड़ रुपए से ज्यादा का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. 

102 नॉट आउट (2018)
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने 102 साल की उम्र के पिता को रोल निभाया था जबकि ऋषि कपूर इसमें 75 साल के उनके बेटे की भूमिका में दिखाई दिए। फिल्म में बाप-बेटे की बेहतरीन केमिस्ट्री देखने को मिली. लंबे समय बाद ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन बड़े पर्दे पर साथ दिखाई दिए. इस फिल्म का निर्देशन उमेश शुक्ला ने किया था.

दृश्यम (2015)
अजय देवगन, श्रिया सरन, इशिता दत्ता, मृणाल जाधव और तब्बू अभिनीत का अहम रोल फिल्म दृश्यम में निभाते दिखाया गया था. फिल्म निर्देशक निशिकांत कामत की 'दृश्यम' जो कि भारत में धूम मचा चुकी है. इस फिल्म में टीवी केबल वाला अजय देवगन जो कि चौथी फेल होते हुए भी अपनी बेटी और परिवार को पूरी तरह सुरक्षित रख पाता है, क्योंकि वह हर दिन एक नई फिल्में देखकर नए-नए तरिके सिखता जिसकी वजह से वह अपने बेटी को खून करने के गुनाह से बचा पाया.

मैं ऐसा ही हूं (2005 )
अजय देवगन और सुष्मिता सेन स्टारर फिल्म 'मैं ऐसा ही हूं' 2005 में आई थी. इस फिल्म में अजय ने एक मानसिक रोगी पिता का किरदार निभाया था जो अपनी बेटी की कस्टडी के लेने के लिए जान लगा कर लड़ता है और कोर्ट में साबित कर देता है कि वह अपनी बेटी की जिम्मेदारी उठाने वाला एक बेहतर पिता बन सकता है. बाप-बेटी के रिश्ते पर बनी ये फिल्म फादर्स डे पर देखना वाकई खास होगा. फिल्म का गाना 'पापा मेरे पापा' बहुत फेमस हुआ था.

सारांश (1984)
28 साल की उम्र में अनुपम खेर ने साठ साल के बुजुर्ग का किरदार निभाया था. अनुपम खेर ने फिल्म 'सारांश' में एक ऐसे पिता का किरदार निभाया था जिसके बेटे की अमेरिका में मौत हो जाती है और उसे उसकी अस्थियां पाने के लिए देश में सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं. अपने बेटे के मरने के बाद भी एक पिता उसके लिए हर जिम्मेदारी कैसे पूरी करता है इस फिल्म में बाखूबी दिखाया गया है. 

चाची 420 (1997)
फिल्म 'चाची 420' तो आपको याद ही होगी जिसमें चाची का किरदार निभाने वाले कमल हसन और उनकी बेटी के रिश्ते को बखूबी दिखाया गया है. फिल्म में बेटी और पत्नी से अलग रह रहे कमल हासन को जैसे ही मौका मिलता है अपनी बेटी की आया बनने का वो झट से औरत का लुक लेकर इसे ज्वाइन कर लेते हैं. फिल्म में कॉमेडी के साथ बाप-बेटी के रिश्ते को कमाल दिखाया गया है. 

Author

Recommended

PeepingMoon Exclusive