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कुमुद मिश्रा, सुष्मिता सेन सहित इन एक्टर्स ने ली हिंदी मीडियम से शिक्षा, फिल्म इंडस्ट्री में जमाया सिक्का 

आज 14 सितंबर है और पूरा देश हिंदी दिवस मना रहा है. यूं तो हिंदी देश की प्राचीनतम  भाषाओं में से एक है. बावजूद इसके लोग हिंदी में बात करने में थोड़े हिचकिचाते है. अंग्रेजी, स्पेनिश और चीनी के बाद यह विश्व की चौथे नंबर की सबसे ज्यादा बोली जानेवाले भाषाओं में से एक है. हिंदी दिवस के मौके पर आज फिल्म इंडस्ट्री के कुछ ऐसे स्टार के नाम लाये हैं, जिन्होंने हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने के बावजूद फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाया. 

अनुपम खेर 

अनुपम खेर का जन्म 1955 में शिमला में हुआ था. शुरूआती शिक्षा उन्होंने शिमला के डीएवी स्कूल से ली. अब यह स्कूल सीबीएसई इंग्लिश मीडियम में तब्दील हो गया है लेकिन उस दौरान यह हिंदी मीडियम था. हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने के बावजूद अनुपम ने न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड इंडस्ट्री में भी नाम कमाया है. 

पिछले साल सोशल मीडिया पर फैंस को हिंदी दिवस की बधाई देते हुए अनुपम ने बताया की क्यों वह अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई नहीं कर सके. उन्होंने लिखा, 'आप सभी को मेरी और दुलारी की तरफ़ से हिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं. हालात की वजह से माता-पिता अंग्रेज़ी स्कूल में नहीं भेज सके. पर उससे कोई ज़्यादा फ़र्क़ पड़ा नहीं. हमने जीवन में ठीक ठाक ही तरक़्क़ी कर ली है. माता ख़ुश है और हम तो बहुत ख़ुश है. दुलारी और पुष्कर की जय हो.'

नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी 

नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्म उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना गांव में हुआ. नवाज की स्कूली शिक्षा उनके गांव के बीएसएस इंटर कॉलेज से हुई थी. इसके बाद उन्होंने हरिद्वार के गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यायल से अपनी साइंस डिग्री हासिल की. अभिनय की कला सिखने के लिए वो नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा आ गये. किसान के बेटे होने के बाद फिल्म इंडस्ट्री में मजबूत जगह बनाना नवाज के लिए आसान नहीं था. नवाज कहीं भी किसी भी प्लेटफॉर्म पर हिंदी बोलने  नहीं. 

सुष्मिता सेन 

सुष्मिता ने नई दिल्ली में वायुसेना गोल्डन जयंती संस्थान और सिकंदराबाद में सेंट एन हाई स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की. उनके पिता विंग कमांडर थे.  सुष्मिता की शुरूआती पढ़ाई हिंदी मीडियम स्कूल से हुयी थी लेकिन 16 साल की उम्र में परफेक्ट इंग्लिश बोलना सीख लिया था. मिस यूनिवर्स बनने के बाद सुष्मिता ने जो इंटरव्यू दिए हैं उसमें वह फ़्लूएंट इंग्लिश बोलती दिखाई देती हैं. बाद में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और पत्रकारिता में डिग्री हासिल की.  

राजपाल यादव

राजपाल यादव का जन्म यूपी के शाहजहांपुर में हुआ और वहीं पले बड़े. उनकी स्कूली शिक्षा शाहजहांपुर के सरदार पटेल हिंदू इंटर कॉलेज से ही हुई थी और यहीं पर तमाम थियेटर प्ले किए. इसके बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की.

मनोज बाजपेयी 

गैंग्स ऑफ वासेपुर, अलीगढ़, शूल सत्यमेव जयते और नाम शबाना है जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का हुनर दिखा चुकें मनोज का जन्म 1969 में बेलवा में हुआ था. अपनी बुनियादी शिक्षा मनोज ने गांव के स्कूल में पूरी की, इसके बाद बिहार के बेतिया में हिंदी मीडियम स्कूल ‘महारानी जानकी कॉलेज’ से उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद दिल्ली आकर उन्होंने रामजस कॉलेज से ग्रैजूऐशन किया. अभिनय के छेत्र में कदम रखने के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा गए. इसके बाद फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा. 

रघुवीर यादव 

 मध्यप्रदेश के जबलपुर में जन्में रघुवीर की स्कूली शिक्षा जिले के ही एक हिंदी मीडियम स्कूल में हुई थी. अभिनय में कुछ करने के जूनून उन्हें एनएसडी ले गया. अपने अभिनय के लिए रघुवीर इंटरनेशनल अवॉर्ड भी जीत चुके हैं. 

कुमुद मिश्रा

 कुमुद एमपी के रीवा के रहनेवाले हैं. कुमुद का जन्म चाकघाट के आमनगांव में हुआ था. रीवा और भोपाल से उन्होंने अपनी पढ़ाई की. इसके बाद नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से उन्होंने अभिनय की कला ली. इसके बाद उन्होंने मुंबई से थिएटर भी किया. 

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