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Birthday Special: बूढ़े, बच्चे या जवान अमिताभ बच्चन ने हर उम्र के लिए दी हैं फिल्में कमाल; एंग्री यंग मैन, लवर से लेकर पति तक के इन किरदारों पर डालें नजर

महानायक अमिताभ बच्चन का आज 78वां जन्मदिन है. आज ही के दिन उन्होंने इलाहाबाद में जन्म लिया था. अमिताभ ने बढ़ते उम्र के साथ शेरवुड कॉलेज, नैनीताल अपनी पढाई की थी. साथ ही आगे की पढाई उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से की थी. 1969 में भुवन शोम में VO आर्टिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरू करने वाले अमिताभ ने बतौर एक्टर 'सात हिंदुस्तानी' से अपना डेब्यू किया था. हालांकि, उनकी शुरुआत इतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन 1973 तक बारह फ्लॉप और दो हिट फ़िल्में अमिताभ के लिए 'जंजीर' (1973) एक टर्निंग पॉइंट बनकर आई, जिसके बाद उन्होंने आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा. ऐसे में चलिए आपको अमिताभ द्वारा पांच दशक लंबे सिनेमाई सफर के दौरान किये गए एक्शन, कॉमेडी, थ्रिलर, हॉरर और न जाने कितनी ही तरह की जॉनर की फिल्मों की एक झलक दिखाते हैं.  

जंजीर:

अमिताभ बच्चन को जिस एक बड़े ब्रेक की जरुरत थी, वह उन्हें 'जंजीर' (1973) फिल्म के जरिये मिली. दूसरी तरफ दर्शकों को भी अमिताभ में अपना एंग्री यंग मैन नजर आने लगा था. फिल्म में अमिताभ की एक्टिंग से लेकर डायलॉग और एक्शन सीन्स ने जैसे लोगों को अपना दीवाना बना लिया था. प्रकाश मेहरा के डायरेक्शन में बनी इस एक्शन-थ्रिलर फिल्म के स्क्रीनप्ले को सलीम खान, जावेद अख्तर की जोड़ी ने लिखा था. फिल्म में अमिताभ द्वारा निभाया गया इंस्पेक्टर विजय का किरादर आज भी लोगों द्वारा उतना ही पसंद किया जाता है.

कुली:

कुली 1983 की एक्शन कॉमेडी फिल्म है, जिसका निर्देशन मनमोहन देसाई ने किया था और फिल्म की कहानी को कादर खान ने लिखा है. फिल्म में अमिताभ बच्चन, इकबाल असलम खान के किरदार में हैं, जो एक रेलवे कुली के किरदार में होते हैं. फिल्म एक्शन और इमोशन से भरपूर थी और साल की सबसे बड़ी हिट भी. अमिताभ के अलावा बतौर सपोर्टिंग एक्टर फिल्म में ऋषि कपूर, रति अग्निहोत्री, शोमा आनंद, कादर खान, वहीदा रहमान, सुरेश ओबेरॉय और पुनीत इस्सर थे.

सिलसिला:

'सिलसिला' (1981) की रोमांटिक ड्रामा है, जिसमे रियल लाइफ लव ट्रायंगल की झलक देखने मिली थी. फिल्म में अमिताभ और रेखा जहां लवर के किरदार में हैं, वहीं जया बच्चन को हम पत्नी की भूमिका में देख सकते हैं. बता दें कि यह अमिताभ और रेखा की आखिरी फिल्म थी. 

हम:

मल्टीस्टारर ''हम साल 1991 में रिलीज हुई सुपर हिट एक्शन क्राइम फिल्म है, जिसका डायरेक्शन मुकुल आनंद ने किया था. फिल्म में अमिताभ एक ऐसे बड़े भाई के किरदार में हैं, जो अपने छोटे भाई बहनों के लिए अपनी पूरी जवानी और अपने प्यार को भी निछावर कर देता है. फिल्म में अमिताभ के अलावा रजनीकांत, गोविंदा, किमी काटकर, दीपा शाही, शिल्पा शिरोडकर, डैनी डेंजोंगपा, अनुपम खेर और कादर खान भी अहम भूमिकाओं में हैं.

बागबान:

बागबान (2003) रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म है, जिसमे अमिताभ बच्चन के साथ हेमा मालिनी ने लीड रोल निभाया है. फिल्म की कहानी एक ऐसे उम्रदराज जोड़े की है, जो अपने बच्चों द्वारा अलग कर दिए जाते हैं. हालांकि, ये दूरी उनका प्यार नहीं कम कर पाती और वह आखिर में एक दूसरे का साथ पा ही लेते हैं. फिल्म संदेश देती है कि हर उम्र में इंसान को अपने प्यार की जरुरत होती है. जिन्हे उनके बच्चों द्वारा भी अलग करने का कोई अधिकार नहीं है.

 मोहब्बतें/ ब्लैक:

म्यूजिकल (2000) रोमांटिक ड्रामा 'मोहब्बतें' में अमिताभ ने एक मान, मर्यादा और अनुशासन का पालन करने वाले गुरु की भूमिका निभाई है. जबकि 'ब्लैक' (2005) एक ऐसी हिंदी ड्रामा फिल्म है, जिसकी कहानी एक बहरी-अंधी लड़की बनी रानी मुखर्जी और उसके गुरु बने अमिताभ बच्चन के इर्द-गिर्द घूमती है, हालांकि फिल्म की कहानी दिल छू लेने वाली है, जब उसे सिखाने वाला टीचर खुद बाद में अल्जाइमर से ग्रस्त हो जाता है. 

भूतनाथ: 

'भूतनाथ' (2008) विवेक शर्मा द्वारा निर्देशित हिंदी कॉमेडी हॉरर फिल्म है, जिसमें अमिताभ बच्चन, जूही चावला, अमन सिद्दीकी, प्रियांशी चटर्जी और राजपाल यादव मुख्य भूमिकाओं में हैं और शाहरुख खान की स्पेशल केमीओ किया है. फिल्म की कहानी एक ऐसे शख्स की है, जो अपने घर में उस समय मर जाता है, जब उसका बेटा उसे छोड़ विदेश निकलता है. फिल्म की कहानी बच्चों को लुभाती है और यह बात सिखाती है कि कैसे घर के बड़े अपने बच्चों और उनके बच्चो से प्यार करते हैं.

आग:

'आग' (2007) जिसे राम गोपाल वर्मा की आग के नाम से भी जाना जाता है, वह एक एक्शन ड्रामा है, जिसमे अमिताभ ने निगेटिव किरदार निभाया था. बता दें कि फिल्म में अमिताभ की दमदार एक्टिंग के बावजूद उसे सफलता नहीं मिली थी.  

102 नॉट आउट:

फिल्म में अमिताभ ने 102 साल के दत्तात्रेय वखारिया का किरदार निभाया है, जो अपने जीवन को खुलकर जीता है. जबकि उसका बेटा बाबूलाल वखारिया (ऋषि कपूर), 75 वर्षीय होने की वजह से खुद को लाइफ एन्जॉय के लिए बहुत ही बूढ़ा समझता है. फिल्म एक कॉमेडी ड्रामा है, जिसकी कहानी इस बाप-बेटे के किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है.

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