साल 2019 अब पूरा हम होने को है. अगर बी-टाउन के बीतें 11 महीनों को देखे तो न्यूज हेडलाइंस पर बीतें दिनों अलग-अलग तरह की कंट्रोवर्सीज का कब्जा था. लेकिन इस बीच बॉलीवुड ने इस साल कुछ दिग्गज हस्तियों को खोया भी है. जिनके जाने से पूरा बॉलीवुड मायूस हुआ. इस लिहाज से देखें तो साल 2019 बॉलीवुड के लिए एक निराशाजनक वर्ष भी रहा है. क्योंकि इसमें वीरु देवगन जैसे दिग्गज स्टंट डायरेक्टर के निधन से एक्शन फिल्मों की दुनिया के एक युग का अंत हुआ. तो बॉलीवुड ने एक्ट्रेस विद्या सिन्हा और शौकत आजमी जैसी दिग्गज अभिनेत्रियों को भी खोया जिन्होंने अपने अभिनय से लाखों लोगों का दिल जीता था.
वीरू देवगन
एक्टर अजय देवगन के पिता और महान एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन का निधन 27 मई को हुआ था. एक्शन गुरु वीरू इंडस्ट्री में अब बिल्कुल भी सक्रिय नहीं थे. लेकिन उनके निधन से बॉलीवुड जगत में दुख की लहर दौड़ गई. बॉलीवुड के हर सदस्य ने अपने-अपने अंदाज से वीरू जी को श्रद्धांजलि दी. सुर्खियों से एक लंबे समय तक दूर रहे वीरू जी की विदाई इंडस्ट्री के साथ-साथ आम जनमानस के लिए भी चर्चा का विषय बन गई थी.
विजू खोटे
हिंदी और मराठी फिल्म-थियेटर अभिनेता विजू खोटे, जिन्हे फिल्म 'शोले' में डकैत कालिया और 'अंदाज अपना अपना' में रॉबर्ट की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता हैं. विजू एक लोकप्रिय थिएटर कलाकार थे. इसके साथ-साथ विजु ने 'कयामत से कयामत' तक और 'वेंटिलेटर' जैसी फिल्मों और 'जबान संभलके' जैसे बहुचर्चित टीवी शो में भी काम किया है. लेकिन शारीरक परेशानियों के चलते विजू को 77 वर्ष की आयु में अभिनय छोड़ना पड़ा था.
शौकत आजमी
दिग्गज रंगमंच अभिनेता और एक्ट्रेस शबाना आजमी की मां शौकत कैफी का 93 वर्ष की आयु में 22 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया था. वह शौकत आजमी के रूप में भी जानी जाती थी. उन्हें 'बाजार', 'उमराव जान' और मीरा नायर की ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म में 'सलाम बॉम्बे' में उनके शानदार काम के लिए जाना जाता है. उन्होंने अपने पति कैफी आजमी के साथ इंडियन पीपल्स थियेटर एसोसिएशन (IPTA) और प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन (IWA) का नेतृत्व भी किया था. साल 2002 में कैफी आजमी के निधन के बाद, शौकत ने एक आत्मकथा भी लिखी थी.
वीरू कृष्णन
अभिनेता और कथक डांसर ट्रेनर वीरू कृष्णन का निधन 8 सितंबर को मुंबई में हुआ. वीरू कृष्णन ने 'अकेले हम अकेले तुम' (1995), 'इश्क' (1997), 'दुल्हे राजा' (1998), 'मेला' (2000 ) जैसी फिल्मों में काम किया है. इसके अलावा उन्होंने प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ और अथिया शेट्टी सहित कई अभिनेत्रियों को को प्रशिक्षित भी किया था.
मोहम्मद जहूर खय्यम हाशमी
दिग्गज कंपोजर मोहम्मद जहूर खय्यम हाशमी का 92 साल की लंबी बीमारी के बाद मुंबई में इंतकाल हुआ. उनके निधन पर पूरे बॉलीवुड ने शोक व्यक्त किया. खय्यम को 'उमराव जान' और 'कभी कभी' जैसी फिल्मों के लिए म्यूजिक तैयार करने के लिए जाना जाता है. खय्यम को पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.
विद्या सिन्हा
एक्ट्रेस विद्या सिन्हा का निधन इंडस्ट्री के लिए एक बहुत बड़ा झटका थी. बासु चटर्जी की फिल्म 'रजनीगंधा' (1974) में अपने किरदार के लिए जानी जाने वाली, विद्या सिन्हा ने 71 वर्ष की आयुं में अंतिम सांस ली. विद्या को सांस लेने में तकलीफ थी. एक्ट्रेस ने सलमान खान की बॉडीगार्ड सहित कई हल्की-फुल्की रोमांटिक फिल्मों में भी अभिनय किया है. अपने निधन से ठीक पूर्व वह टीवी शो 'कुल्फी कुमार बाजेवाला' में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थीं.
गिरीश कर्नाड
फिल्ममेकर और एक्टर गिरीश कर्नाड, 10 जून को अपने आकस्मिक निधन से सिनेमा और थिएटर की दुनिया में एक बहुत बड़ा शून्य छोड़कर चले गए थे. उनका निधन 81 वर्ष की आयु में हुआ. गिरीश ने 1960 के दशक की शुरुआत में अपने काम से मॉडर्न भारतीय रंगमंच को आकार दिया था. केवल इतना ही नहीं वह श्यामलाल बेनेगल की 'निशांत' और 'मंथन' जैसी फिल्मों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए भी जाने जाते हैं. गिरीश को साल 1974 में पद्म श्री और 1992 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था.
चंपक जैन
फिल्ममकेर और 'वीनस रिकॉर्ड ऐंड टेप' के को-ओनर्स में से एक चंपक जैन ने 31 अक्टूबर को अंतिम सांस ली. वह सिर्फ 52 वर्ष के थे और उनकी आकस्मिक मृत्यु से बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई थी. चंपक का ब्रेन हेमरेज से पीड़ित थे. चम्पक को सैफ अली खान और अक्षय कुमार की ब्लॉकबस्टर 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' और शाहरुख की जोश जैसी हिट फिल्मों के निर्माण के लिए जाना जाता है.
बेट्टी कपाड़िया
एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया की मां बेट्टी कपाड़िया ने रेस्पाइरेशन से जुड़ी समस्या से पीड़ित होने के बाद 80 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली. उनकी शादी एक गुजराती बिजनेसमैन चुन्नीभाई कपाड़िया से हुआ था. बेट्टी कपाड़िया की डिंपल, दिवंगत एक्ट्रेस सिंपल कपाड़िया, रीम और मुन्ना सहित चार बच्चे थे.
राज कुमार बड़जात्या
फिल्ममेकर और राजश्री प्रोडक्शन के प्रमुख सूरज बड़जात्या के पिता, राज कुमार बड़जात्या ने 21 फरवरी को अंतिम सांस ली. उन्होंने 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ-साथ हैं', 'विवाह' और 'प्रेम रतन धन पायो' जैसी फिल्में अपने बैनर के तहत निर्मित की थी.
नवतेज हुंदल
एक्टर नवतेज हुंदल, जिन्हें पिछली बार विक्की कौशल 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' में गृह मंत्री के किरदार के रूप में देखा गया था. उनका निधन 8 अप्रैल को हो गया था. इसके अलावा वह 'खलनायक' (1993) और 'तेरे मेरे सपने' (1996) के लिए भी जाना जाता है.
रमेश भाटकर
इन कलाकारों के अलावा दिग्गज एक्टर रमेश भाटकर का निधन 7 फरवरी को हुआ. रमेश एक प्रसिद्ध थिएटर कलाकार होने के अलावा हिंदी और मराठी इंडस्ट्री में अपने काम के लिए प्रसिद्ध थे. रमेश अपने निधन के समय वह 70 वर्ष के थे और लंबे समय से फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे थे.
महेश आनंद
जाने माने बॉलीवुड 57 वर्षीय एक्टर महेश आनंद, अपने मुंबई के फ्लैट में मृत पाए गए थे. महेश को 'शहंशाह' (1988), 'मजबूर' (1989), 'थानेदार' (1990), 'कुली नंबर 1' और कुरुक्षेत्र (1990) जैसी फिल्मों के खलनायक के मुख्य गुर्गे के रूप में देखा जाता था. हालांकि वह पिछले काफी समय से फिल्मों से दूर थे.
(Source: PeepingMoon)