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Commando 3 Review: अद्भुत एक्शन और पॉवर-पैक्ड परफॉरमेंस से भरपूर है विद्युत जामवाल की ये फिल्म

फिल्म : कमांडो 3
स्टार कास्ट : विद्युत् जामवाल, अदा शर्मा, अंगिरा धार, गुलशन देवैया
डायरेक्टर : आदित्य दत्त  

डारेक्टर आदित्य दत्त ने 'कमांडो' सीरीज के इस तीसरे पार्ट को अपने हाथों में लिया और यह साबित कर दिया कि वो भी किसी से कम नहीं है. दिलीप घोष ने साल 2013 में 'कमांडो : द वन मैन आर्मी' से इस सीरीज की शुरुआत की थी. इसके बाद देवें भोजानी ने साल 2017 में इसका सीक्वल 'कमांडो : द ब्लैक मनी ट्रेल' बनाई . इन दोनों ही फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई के बाद हर कोई 'कमांडो 3' का इंतज़ार कर रहा था. ऐसे में हम आपको बताना चाहते हैं कि आपको अपने इंतज़ार का फल बहुत ही बेहतरीन मिलेगा. क्यूंकि यह फिल्म आपकी उम्मीदों पर पूरी तरह खरे उतरेगी.  विद्युत् जामवाल, अदा शर्मा, अंगिरा धार और गुलशन देवैया आपको इम्प्रेस करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे.

फिल्म की शुरुआत होती है एक ऐसे सीन से जिसे देखने के बाद आप तुरंत फिल्म को पूरी देखने के लिए उत्साहित हो जाएंगे. शुरुआत में एक लड़का गाय का बछड़ा लेकर ट्रेन यार्ड में जाता है जहाँ 2 लड़के होते हैं जो जिहाद के शिकार होते हैं. वो लड़का गाय का बछड़ा उन्हें देता है और उसे काटने के लिए कहता है. ये लोग इस तरह देश में कुछ हमले की शुरुआत करते हैं. यह बात पुलिस को पता चलती है और वो यहां पहुंच जाती है.आतंकवादियों के इस प्लान को काफी संजीदा समझते हुए पुलिस लेती है विद्युत् जम्वाल का सहारा जो इस फिल्म में करणवीर सिंह डोगरा का किरदार निभा रहे हैं. और यहां जब कमांडो की एंट्री होती है आप तालियां बजाए बिना रह नहीं पाएंगे. स्कूल जाने वाले बच्चियों को छेड़ने वाले पहलवानों को उन्ही की अखाड़े में ये कमांडो धूल चटा देता है. एक्शन के मामले में विद्युत् का हाथ कोई नहीं खींच सकता . बिना किसी बॉडी डबल के, अपना हर स्टंट खुद करने वाले विद्युत् को आप स्क्रीन पर मुहं खोले देखते रह जाएंगे . ये मिशन मिलते ही करण इस पर इनवेस्टिगेशन शुरू कर देता है. उसे कई लिंक मिलते हैं जिनके जरिये एक वीडियो टेप उसके हाथ लगता है जिसमें विलन की सिर्फ आँखे और आवाज़ सुनाई जाती है जो लन्दन से हैं. इसके बाद वो टीम बनता है जिसमें अदा शर्मा उनकी को-एजेंट बनती है. अदा के किरदार भावना रेड्डी का हैदरबाड़ी एक्सेंट आपको खूब एंटरटेन करेगा .

कमांडो 3 की एडिटिंग बहुत फ़ास्ट है, आतंकवादी गतिविधयां और कमांडो की टीम को बहुत अच्छी तरह दिखाया गया है. विद्युत् और अदा के अलावा इस फिल्म में अंगिरा धार ने मल्लिका सूद के किरदार में काफी अच्छा परफॉर्म किया है. फर्स्ट हाफ में पलक भी नहीं झपकती, कैमरा वर्क की तरफ डकः जाए तो मार्क हेमिल्टन ने बहुत अच्छा काम किया है. फर्स्ट हाफ काफी ग्रिपिंग है लेकिन, सेकेण्ड हाफ में कहानी का बेस थोड़ा कम हो जाता है. गुलशन देवैया बुराक नाम के मेन विलेन के किरदार में हैं जिन्होंने अपने परफॉरमेंस से मानो आग लगा दी है. इस किरदार का एक बेटा होता है, बीवी से तलाक होता है. वो इतना खूंखार दिखाया है कि आपको उससे घिन्न हो जाएगी. वहां दूसरी तरफ कमांडो करण (विद्युत् जामवाल) बहुत दिमाग लगाकर बुराक (गुलशन देवैया) तक पहुंचते हैं. लेकिन, ये विलेन कैसे सबको अपने पीछे भगाता है, करण की टीम कैसे उस तक पहुंचती है.... इसके लिए आप ये फिल्म देखें .

एक-आध मुस्लिम की वजह से उनकी पूरी कौम बदनाम होती है, इस बात को भी फिल्म में बहुत अच्छी तरह पेश किया गया है. रियल इंसिडेंट्स को भी इस फिल्म में पिरोया गया है और कई जगह फिक्शन को भी रखा गया है. इसकी वजह से फिल्म अंत में आर्टिफिशियल लगने लगती है. जो एक्शन का फैन है, जो बिना किसी बॉडी डबल के हीरो को सिल्वर स्क्रीन पर एक्शन करते देखना चाहते हैं विद्युत् उनके लिए एक बेहतरीन पैकेज है.

'टेबल नंबर 21' और 'आशिक बनाया आपने' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके आदित्य दत्त ने इस फिल्म को लेकर अच्छा अटेम्प्ट किया. यह कहना गलत नहीं होगा कि कमांडो 2 से कमांडो 3 ज्यादा अच्छी है. इसका विज्युअल और कैमरा टेक्निक्स आपको फिल्म के अंदर तक ले जाएगा और आप फिल्म के साथ रिलेट करने लगेंगे . जिस तरह का थ्रिल पहले हाफ में चल रहा था अगर वो सेकेण्ड हाफ में भी होता तो शायद यह फिल्म और ज्यादा इम्प्रेसिव होती . गाने सिच्युएशनल हैं और बैकग्राउंड स्कोर में ही हैं.

पीपिंगमून 'कमांडो 3' को 3.5  मून्स देता है.

(Source: Peepingmoon)

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