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Tanhaji: The Unsung Warrior Review: शेर की दहाड़ की तरह है अजय देवगन और सैफ अली खान की फिल्म की कहानी

फिल्म: तानाजी: द अनसंग वॉरियर
कास्ट: अजय देवगन, काजोल, सैफ अली खान और शरद केलकर
निर्देशक: ओम राउत
रेटिंग: 4.5 मून्स

शिवाजी के शूरवीर सैनिक तानाजी मालुसरे के जीवन पर आधारित इस फिल्म को देख आप डेब्यूटेंट डायरेक्टर ओम राउत की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं सकते. अजय देवगन, काजोल, सैफ अली खान और शरद केलकर स्टारर 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' की कहानी 1670 में मराठा द्वारा कोंधना किले को फिर से हासिल करने की मुगलों के साथ हुई लड़ाई की झलक दिखाती है.

फिल्म की कहानी की शुरुआत में आप युवा तानाजी को अपने पिता के जाने के बाद कंधो पर उनकी अंतिम इच्छा की बड़ी जिम्मेदारी लेते देखेंगे. जिसके बाद कहानी को 15 साल बाद आगे बढाकर दिखाया जाता है, जिसमे अजय देवगन की एंट्री होती है. फिल्म में तानाजी को छत्रपति शिवाजी महाराज का दाहिना हाथ बताया गया है. जिसके बाद फिल्म में नया मोड़ आता है, जो कि मराठाओं के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं होता. दरअसल, औरंगजेब (ल्यूक केनी) उदयभान राठौड़ (सैफ अली खान) को कोंधना किले पर हमला कर उसे अपने कब्जे में करने का आदेश देता है. बता दें कि उस किले में मराठाओं के राजा का परिवार रह रहा होता है.

हालांकि छत्रपति शिवाजी इसके बाद तानाजी को किले को किसी भी हालत में फिर से अपने कब्जे में लेने का आदेश देते हैं. दूसरी तरफ मुगल बादशाह अपने सबसे भरोसेमंद कमांडर उदयभान को किले की रक्षा के लिए भेजता है और इस तरह से दोनों सेना लड़ाई के लिए आगे बढ़ती है. इन बातों को जानने के बाद तानाजी अपने बेटे की शादी को पत्नी सावित्री (काजोल) के कंधों पर छोड़ लड़ाई लड़ने के लिए निकल पड़ते हैं. बता दे कि उस लड़ाई को आज भी सिंहगढ़ की लड़ाई के नाम से जाना जाता है.

फिल्म के हर एक सीन को देख आपको देश के प्रति प्यार, जुनून और त्याग की भावना का एहसास होगा. फिल्म में हर चीज का ध्यान रखते हुए उसे उस दौर के हिसाब से ढालने की पूरी कोशिश की गई है. बात करें एक्टर्स की तो अजय देवगन से लेकर सैफ अली खान तक और काजोल से लेकर शरद केलकर तक सभी ने अपने किरदारों में जान फूंकने में कोई कमी नहीं छोड़ी है. फिल्म में नेहा शर्मा और कमला देवी ने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है.

ओम राउत द्वारा किया गया फिल्म का डायरेक्शन अपने आप में कमाल का है. वहीं, प्रकाश कपाड़िया और ओम द्वारा लिखे गए सभी डायलॉग्स ने फिल्म में किरदारों को और प्रभावशाली बनाया है. तानाजी की कहानी को 3 डी में देखना अपने आप में एक अलग अनुभव है. फिल्म के गाने और उसका बैकग्राउंड म्यूजिक भी बेहद अच्छा है. कुल मिलाकर इस फिल्म को आप पैसा वसूल फिल्म कह सकते हैं.

इस हफ्ते आप अगर फिल्म देखने का प्रोग्राम नहीं भी बना रहे हैं, तो रियल हीरो की कहानी देखने के लिए बना लीजिये. देश भर के लोगो के लिए यह एक मस्ट वॉच फिल्म है. जिसमे आप अपने देश के एक शूरवीर के त्याग और उसकी वीरता की झलक देख सकते हैं. 

तानाजी की वीरता की कहानी को PeepingMoon 4.5 मून्स देता है.

(Source: PeepingMoon)

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