फिल्म: हैक्ड
कास्ट: हिना खान और रोहन शाह
निर्देशक: विक्रम भट्ट
रेटिंग: 2 मून्स
पिछले कई सालों में विक्रम भट्ट ने अपनी हॉरर फिल्मों के साथ अपने फैंस को खूब डराया है, ऐसे में फिल्म मेकर अपनी एक और फिल्म 'हैक्ड' के साथ आ चुके हैं. बता दें कि इस फिल्म के साथ टीवी एक्ट्रेस हिना खान ने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है, जिसमे रोहन शाह और मोहित मल्होत्रा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. इस बार विक्रम आपको भूत की कहानियों के साथ नहीं बल्कि नए जमाने के टेक्नोलॉजी के होने वाले गलत काम से सतर्क करने आ रहे हैं.
फिल्म की कहानी समीरा खन्ना उर्फ सैम (हिना खान) और उसके 19 साल के लवर बॉय विवेक (रोहन शाह) के इर्द-गिर्द घूमती है. ऐसे में फिल्म की कहानी की शुरुआत सैम से होती है जो मुंबई स्थित एक मैगजीन की एडिटर होती है. वहीं, विवेक उसका पड़ोसी होता है, जो हर पल उसपर अपनी नजर बनाए रखता है, लेकिन इन सब से अनजान सैम उसे अपना दोस्त और शुभचिंतक मानती है. कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब विवेक सैम के सामने अपने प्यार का इजहार करता है और सैम उसे मना कर देती है. जिसके बाद सैम को परेशान करने के लिए विवेक मॉडर्न टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है और सैम को हैक कर उसकी जिंदगी बर्बाद कर देता है. सैम को अपना बनाने के लिए विवेक अपनी सभी तरकीबे लगा देता है और सैम के सोशल मीडिया से लेकर सभी चीजे हैक कर लेता है. फिल्म में इसके बाद जो कुछ होता है वह उसे थोड़ा बोरिंग बनाता है.
फिल्म बताती है कि किस तरह से हाई सोसाइटी, सोशल मीडिया और हाई-एंड गैजेट्स के दौर में लोग किसी के भी जीवन में ताकझांक कर सकते हैं. फिल्म डिजिटल दुनिया के काले सच को आपके सामने पेश कर रही है और सभी को साइबर क्राइम के खतरों से अवगत करा रही है.
बात करें एक्टिंग की तो हिना खान ने अपनी कमाल की एक्टिंग से अपने किरदार में जान डालने की पूरी कोशिश की है. एक्ट्रेस की एक्टिंग नेचुरल लग रही है और हर सीन में वह अपनी खूबसूरती से आपका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करती नजर आएंगी. कहना गलत नहीं होगा कि हिना की परफॉरमेंस फिल्म की प्लस पॉइंट है. दूसरी तरफ यंग लवर की भूमिका में रोहन ओवरएक्ट करते नजर आ रहे हैं. उनके डायलॉग्स उनके उम्र और किरदार के साथ मेल नहीं खा रहे और बहुत ही फिल्मी लग रहे हैं. फिल्म में आप हर जगह एक्टर के चेहरे पर एक ही एक्सप्रेशन देख सकते हैं. जबकि मोहित ने सपोर्टिंग कास्ट में अच्छी परफॉरमेंस दी है.
बात करें फिल्म की कमजोर कड़ी की तो फिल्म की स्टोरी लाइन, बिना लॉजिक के प्लाट और प्रेडिक्टेबल सीन्स ने फिल्म को बोरिंग और कमजोर बनाया है. विक्रम भट्ट द्वारा फिल्म के राइटिंग, डायरेक्शन के पीछे की गयी मेहनत हमें पॉइंट लेस लग रही है. इन सभी के बावजूद फिल्म कुलदीप मेहान की क्रिएटिव एडिटिंग ने उसे थोड़ा दिलचस्प बनाया है. वहीं फिल्म के गाने भी ठीक हैं. हालांकि, अगर आप हिना खान के बहुत बड़े फैन हैं और उन्हें सिल्वर स्क्रीन पर देखना चाहते है तो आप फिल्म को एक बार जरूर देख सकते हैं.
(Transcripted By: Nutan Singh)
(Source: PeepingMoon)