फिल्म: रूही
कास्ट: राजकुमार राव, वरुण शर्मा, जान्हवी कपूर, अलेक्स ओ'नेल, सरिता जोशी
निर्देशक: हार्दिक मेहता
रेटिंग: 3.5 मून्स
'स्त्री' के साथ प्रोड्यूसर दिनेश विजन ने हॉरर-कॉमेडी शैली में एक नया मानदंड स्थापित किया है. अब रूही के साथ, वह एक बार फिर अपने हीरो-राजकुमार राव के साथ एक ही जादू बुनने की कोशिश कर रहे हैं. रूही में राजकुमार, वरुण शर्मा और जान्हवी कपूर लीड रोल में हैं और हालांकि फिल्म स्ट्री का सीक्वल नहीं है, लेकिन यह अपनी कहानी के साथ कुछ सामाजिक सबक देने की कोशिश करती है.
हार्दिक मेहता द्वारा निर्देशित, रूही की कहानी बागड़पुर गांव की होती है, जहां भौरा (राजकुमार) और खट्टानी (वरुण) एक अखबार के लिए काम करते हैं. वे छोटी कहानियां लेकर आते हैं और अपने बॉस के लिए गुर्गे के रूप में महिलाओं का अपहरण करते हैं और जो जबरन उनकी शादी करता है.यह 'अपहरण और विवाह' की रस्म गांव का एक स्वीकृत हिस्सा है, जिससे महिलाएं भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं और उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं होती है. हालांकि, गांव में एक चुड़ैल का साया होता है, जो महिलाओं को अपने कब्जे में ले लेती है, जिनकी शादी होने वाली होती है.
भौरा और खट्टानी की बचपन की दोस्ती होती है. लेकिन उनकी जिंदगी में मोड़ तब आता है, जब वह होने वाली दुल्हन यानी जान्हवी को किडनैप कर लेते हैं. जान्हवी ने फिल्म में मासूम रूही और खतरनाक चुड़ैल अफ्जा की भूमिका निभाई है, जो उसके शरीर पर कब्ज़ा कर के भौरा और खट्टानी के बीच डर पैदा करती है और इस तरह से कहानी में रोमांच आता है.
राजकुमार राव और वरुण शर्मा ने अपनी शानदार केमिस्ट्री से फिल्म में जान डाली है.राजकुमार द्वारा निभाया गया किरदार बेहद मजेदार है. यह कहना गलत नहीं होगा की किरदार के साथ न्याय करने के लिए राजकुमार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. दूसरी तरफ वरुण ने भी अपने खट्टानी के किरदार को एंटरटेनिंग बनाने के लिए जान लगा दी है. फिल्म को राजकुमार की जबरदस्त एक्टिंग और वरुण की परफेक्ट कॉमेडी टाइमिंग ने एंटरटेनमेंट का डबल डोज बना दिया है. बात करें जान्हवी कपूर की तो उन्होंने रूही और अफ्जा दोनों की भूमिका के साथ न्याय किया है. फिल्म में आप देखेंगे कि जहां रूही एक डरी हुई लड़की है, वहीं अफ्जा एक डरावनी चुड़ैल है. दोनों किरदारों के फर्क को बनाए रखते हुए जान्हवी में अच्छी तरह से परफॉर्म किया है.
फिल्म को एक बेस्ट हॉरर कॉमेडी बनाने का जिम्मा डायरेक्टर हार्दिक मेहता ने बेहद खूबसूरत ढंग से उठाया है. फिल्म के स्क्रीनप्ले और डायलॉग मजबूत हैं. इस वजह से फिल्म अंत तक दर्शकों का ध्यान अपनी तरफ रखने में कामयाब होती हैं. फिल्म की कॉमेडी और लिखावट और डायलॉग्ज काफी मजेदार हैं. राजकुमार और वरुण ने फिल्म के साथ न्याय किया है और फिल्म के किसी भी पंचलाइन को यूं ही जाने नहीं दिया है.
अमलेंदु चौधरी की सिनेमैटोग्राफी एक हॉरर कॉमेडी फिल्म के लिए शानदार है. केतन सोढ़ा का बैकग्राउंड स्कोर भी काफ़ी सीन्स मे डराता है. जबकि, सचिन-जिगर का म्यूजिक भी काफ़ी हद तक इम्प्रेस करता है.
फिल्म का फर्स्ट हाफ सेकंड हाफ से ज्यादा एंटरटेनिंग लगता है. हालांकि, फिल्म में कई जगहों पर कॉमेडी और अच्छी हो सकती थी. रूही एक ऐसी फिल्म है, जो आपको हंसाती है, डराती हैं कुल मिलकर भरपूर एंटरटेनमेंट करती है. इस तरह से रूही को आप एक कम्पलीट मसाला एंटरटेनमेंट कह सकते हैं.
PeepingMoon.com रूही को देता है 3.5मूंस
(Transcripted By: Nutan Singh)