डायरेक्टर अमर कौशिक ने फिल्म 'स्त्री' के माध्यम से डायरेक्शन में डेब्यू किया. यह फिल्म हॉरर कॉमेडी है. ऐसा देखा गया है कि हॉरर-कॉमेडी फिल्मों में कॉमेडी की वजह से हॉरर का तड़का फीखा पड़ जाता है, लेकिन ‘स्त्री’ में दोनों का स्वाद बराबर आपको चखने को मिलेगा. मशहूर फिल्ममेकर राज और डीके की जोड़ी ने एक कहानी लिखी और दिनेश विजान के प्रोडक्शन में उसका निर्माण किया है.
फिल्म की कहानी:
फिल्म में विक्की (राजकुमार राव) मध्यप्रदेश के एक छोटे से कस्बे चंदेरी में एक टेलर है. चंदेरी में साल के चार दिन पूजा होती है. माना जाता है कि उन दिनों में स्त्री लोगों को अपना शिकार बनाती है, इसलिए इन दिनों वहां के लोग खासे सावधान रहते हैं. एक दिन उसकी मुलाकात एक अंजान स्त्री (श्रद्धा कपूर) से होती है. विक्की अपने दोस्तों बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) और जना (अभिषेक बनर्जी) को उसके बारे में बताता है. विक्की उस लड़की से कई बार मिलता है. इसी बीच विक्की का कोई दोस्त और दूसरा दोस्त जना एक के बाद एक करके स्त्री के शिकार बन जाते हैं. तब बिट्टू विक्की को स्त्री की अजीब हरकतों के बारे में समझाता है, तो वे रुद्रा (पंकज त्रिपाठी) की शरण में जाते हैं, जो उन्हें स्त्री की सच्चाई से परिचित कराता है.
क्या है फिल्म में खास, जो देखने पर करेगा मजबूर:
फिल्म की कहानी बेहतरीन हैं और स्क्रीनप्ले भी अच्छा लिखा गया है. फिल्म का डायरेक्शन अच्छा है और लोकेशन बड़ी कमाल की है. फिल्म का ट्विस्ट भी कमाल का है. पंकज त्रिपाठी ने बहुत ही उम्दा अभिनय किया है, वही राजकुमार राव ने एक बार फिर से बता दिया कि उन्हें अच्छा एक्टर क्यों कहा जाता है. राजकुमार का काम कमाल का है. अभिषेक बनर्जी और अपारशक्ति खुराना ने भी सहज अभिनय किया है ,इसी के साथ श्रद्धा कपूर का काम भी ठीक है. अमर कौशिक का डायरेक्शन बहुत बढ़िया है.
फिल्म का बजट:
फिल्म का बजट लगभग 30 करोड़ रुपए बताया जा रहा है. इसे लगभग 1500 से ज्यादा स्क्रीन से रिलीज किया जा रहा है.
कास्ट:
राजकुमार राव ,श्रद्धा कपूर, अपारशक्ति खुराना ,पंकज त्रिपाठी ,अभिषेक बनर्जी
मून:
3