फिल्म: शिद्दत
कास्ट: सनी कौशल, मोहित रैना, डायना पेंटी, राधिका मदान
निर्देशक: कुणाल देशमुख
ओटीटी: डिज्नी+हॉटस्टार
रेटिंग: 3.5 मून्स
यह बात सभी जानते हैं कि प्यार कोई सीमा नहीं जानता है. भले ही यह कॉलेज वाला पहला प्यार हो या एडल्ट इंटेंस शिद्दत वाला प्यार, हम अपनी प्रेम कहानी अमर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. कुणाल देशमुख की इंटेंस हार्डकोर रोमांटिक फिल्म शिद्दत में, सनी कौशल, राधिका मदान, मोहित रैना और डायना पेंटी सच्चे प्यार के अर्थ को लेकर आते हैं, जो सभी मुश्किलों से जीत सकता है.
शिद्दत की शुरुआत सीधे हमे गौतम (मोहित) और इरा (डायना) की शादी में ले जाती है. एक-दूसरे के प्यार में पागल, गौतम का इरा से किया गया हर वादा हमें सच्चे प्यार में विश्वास दिलाता है. गौतम भारतीय विदेश सेवा के एक कर्तव्यनिष्ठ और अनुशासित अधिकारी हैं जबकि इरा एक एनजीओ चलाती हैं. 20 के दशक में ज्यादातर देसी लड़के अक्सर अच्छे खाने का स्वाद लेने और अपने दिल खोलकर नाचने के लिए शादी समारोहों में भाग लेते हैं. इसी तरह, हमारे देसी मुंडा जग्गी की गौतम और इरा से पहली मुलाकात उनकी शादी के रिसेप्शन में होती है. हालांकि, जग्गी और गौतम शायद ही जानते हैं कि वे एक-दूसरे की लव स्टोरीज में अहम भूमिका निभाने वाले हैं.
इसके बाद शिद्दत 3 साल का लीप लेता है और अब फोकस सिक्के के दूसरे पहलू पर हैं. इस तरह से हमें जग्गी की लापरवाह जिंदगी को बेहद नजदीक से देखने मिलता है. जग्गी एक पेशेवर हॉकी खिलाड़ी है जो अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता में भाग ले रहा है. ऐसे में 1 दिन वह बेहद हॉट लड़की कार्तिका (राधिका) मिलती है, जिसकी सेल्फी में फोटोबॉम्ब करने का उसे मौका मिलता है. जिसके बाद, कार्तिका यह पता लगाने में लग जाती है कि ये फोटोबॉम्बर कौन है. कार्तिका उस लड़के को ढूंढने के लिए बॉयज हॉस्टल में घुस जाती है, ऐसे में अपने लापरवाह तेवर के साथ जग्गी अपने 'नग्न बट' को फ्लॉन्ट करते हुए कार्तिका के साथ सेल्फी के लिए पोज़ देता है. ( जी हां, आप सही पढ़ रहे हैं, सनी अपने किरदार में जान फूंकने के लिए नेक्ड हुए हैं.)
वहीं दूसरी तरफ, पेशेवर तैराक कार्तिका भी अखिल भारतीय खेल प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं. हालांकि हर गुजरते दिन के साथ हम जग्गी और कार्तिका की नज़दीकियां बढ़ते हुए देखते हैं और हर बार उनके मासूम प्यार में खुद को डूबने से रोक नहीं पाते हैं. कहानी में आगे कार्तिका का प्रदर्शन कॉम्पिटिशन के प्रेशर कारण खराब हो जाता है. जिसके बाद वह जग्गी के साथ ट्रेनिंग लेने का फैसला लेती है. यहां उनका रिश्ता मजबूत होता है जो कि उन्हें और भी करीब लेकर आता है.
अब तक आपको देख लिया लग रहा होगा कि जग्गी और कार्तिका एक दूसरे के लिए ही बने हैं लेकिन ऐसा नहीं है कहानी में अभी एक बड़ा ट्विस्ट आना बाकी है. दरअसल लंदन में जन्मी और पली-बढ़ी कार्तिका के माता पिता ने उसकी शादी वहीं रहने वाले एक लड़के से तय कर दी होती है. जिसके बारे में अनजान जग्गी तब जानता है जब कार्तिका के माता-पिता उसे शादी के लिए इनवाइट करते हैं.
जग्गी का दिल टूट जाता है और इस तरह से वह कार्तिका के सामने जाता है, जहां कार्तिका बताती है कि वह उनके रिश्ते को आगे नहीं लेकर जा सकती. जग्गी को उम्मीद है कि वह अपनी ईमानदारी और इच्छाशक्ति के साथ अपने प्यार को वापस पा सकता है. जब कार्तिका कहती है कि वह शादी में विश्वास नहीं रखती है, तो जग्गी उसे यह दिखाने के लिए चुनौती लेता है कि शादी सुंदर और सफल भी हो सकता है.
कार्तिका जग्गी से शादी करने के लिए राजी हो जाती है लेकिन केवल एक शर्त पर. वह उसे अपनी शादी के दिन से पहले लंदन जाने के लिए कहती है और उसके साथ भागने का वादा करती है. जग्गी चुनौती स्वीकार करता है. ऐसे में तीन महीने के समय के बाद, अपने प्यार को वापस पाने के लिए, जग्गी लंदन पहुंचने के सभी संभावित तरीकों को ध्यान में रखता है. हालांकि, उसकी प्लानिंग पेरिस में फेल हो जाती है, जब उसे अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश करने के लिए एक डिटेंशन कैंप में रखा जाता है. यहां उसकी मुलाकात गौतम से होती है, जो उसे कार्तिका का पीछा न करने की सलाह देता है. पेरिस में जग्गी और गौतम एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं. जग्गी की यात्रा में यहां गौतम अहम भूमिका निभाते हैं. उनकी प्रेम कहानी के कई अध्याय भी खुलते हैं. लेकिन जग्गी और कार्तिका की प्रेम कहानी का क्या होता है, हम शिद्दत में जानेंगे.
सबसे पहली बात, इतने सालों में सनी कौशल कहाँ थे? ऐसा इसलिए क्योंकि जग्गी के किरदार में सनी ने जान फूंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. यह कहना गलत नहीं होगा कि सनी ने अपने किरदार को इतना शानदार बनाया है कि आने वाले लंबे समय तक हम उन्हें इसके जरिए पहचानेंगे. हम देखते हुए आपके मन में ख्याल भी आएगा कि सनी से बेहतर शायद जगी का किरदार कोई और नहीं निभा सकता है.
सनी के बाद अगर किसी ने अपनी एक्टिंग से सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है तो वह है आकर मोहित रैना. उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक के बाद यह उनकी दूसरी बॉलीवुड फिल्म है और इस बार भी अपनी अर्थिंग से आज तुमने अपनी छाप छोड़ी है. मोहित का किरदार गौतम एक स्थिर शख्स है, जबकि जग्गी का किरदार एनर्जी से भरपूर दिखाया गया है. हालांकि दुख की बात यह है कि तुम के प्रमोशन के दौरान मोहित के किरदार को दर्शकों के सामने ज्यादा उजागर नहीं किया गया. दूसरी तरफ फिल्म की सबसे मजबूत कड़ी उसका म्यूजिक है जिसे मनन भारद्वाज, सचिन-जिगर और गौरव दासगुप्ता द्वारा दिया गया है.
जहां डायना को हम कॉकटेल फिल्म के बाद इस साल इस फिल्म के जरिए अपना प्रभाव छोड़ते हुए देख रहे हैं. वहीं राधिका को शनि की तुलना में लीड रोल होने के बावजूद ज्यादा कुछ करने को मिला नहीं है. फिल्म में राधिका का किरदार आधा अधूरा लगता है, पावरहाउस कलाकार होने के नाते, बेहतर की हकदार हैं.
शिद्दत की कहानी काफी आम है. यह कई अन्य हिंदी फिल्मों से मिलता-जुलता है, जो हमने पहले भी देखी हैं. जहां फ़िल्म कुछ नया दिखाने में संघर्ष करती नजर आती है, वहीं इसका क्लाइमेक्स आपको बांधे रखेगा. एक बेसिक कहानी की वजह से डायरेक्टर कुणाल के पास एक्सीलरेट करने के लिए ज्यादा स्कोप नहीं है. लेकिन, उनके पास जो कुछ भी था, उन्होंने एक अच्छा काम करने में कामयाबी हासिल की है. अमलेंदु चौधरी की सिनेमैटोग्राफी अच्छी है. जबकि ए श्रीकर प्रसाद ने भी एडिटर के रूप में अपना बेस्ट दिया है.
ऐसे में अगर इस वीकेंड आप लव स्टोरी देखने का मन बना रहे हैं तो शिद्दत आपके लिए एक सही चॉइस है.
PeepingMoon शिद्दत को 3.5 मूंस देता है.