फिल्म: अंतिम: द फाइनल ट्रुथ
कास्ट: सलमान खान, आयुष शर्मा, महिमा मकवाना, सचिन खेडेकर, महेश मांजरेकर
डायरेक्टर: महेश मांजरेकर
रेटिंग: 2.5 मून्स
'अंतिम: द फाइनल ट्रुथ' है मराठी हिट फिल्म मुल्शी पैटर्न का आधिकारिक हिंदी रीमेक, जिसमें दर्शक सलमान खान वर्सेज आयुष शर्मा, देखेंगे. महेश मांजरेकर द्वारा निर्देशित, इस फिल्म की कहानी एक छोटे शहर के नौजवान लड़के की कहानी है, जो बिताते समय के साथ पुणे का सबसे खूंखार गैंगस्टरों में से एक बनकर सामने आता है. फिल्म में किसानों की दुर्दशा पर रोशनी डाली गयी है. ऐसे में अंतिम फिल्म के मंच को राहुल के पिता सत्य (सचिन खेडेकर) को भू-माफिया द्वारा प्रताड़ित किए जाने के साथ तैयार की गयी है. एक बेरोजगार और असहाय नौजवान से एक खूंखार गैंगस्टर में उसका बदलना तब होता है, जब उसे सबसे प्रभावशाली गुंडे नान्या भाई (उपेंद्र लिमये) की पनाह मिलती है.
इंस्पेक्टर राजवीर सिंह (सलमान खान) राहुल के बुरे कामों को खत्म करने के लिए फ्रेम में एंट्री करता है. वह अपने काम को अच्छी तरह जानता है और सामाजिक कुरीतियों से भरे शहर को साफ करने की जिम्मेदारी लेता है.
लार्जर देन लाइफ एंट्री सीक्वेंस, स्लीक एक्शन सीन, सीटी बजाने वाले डायलॉग अब सलमान के किसी भी फिल्म में होना आम बात है, लेकिन अंतिम एक बेहतर तरीके से अलग है. टिपिकल बॉलीवुड मसाला से भरपूर, अंतिम में सत्ता के भूखे राजनेताओं और उनके कारण भूमि हथियाने और किसानों की दुर्दशा जैसे सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को दिखाया गया है, जो अपनी ही जमीनों में मजदूरों के रूप में काम करने के लिए मजबूर होते हैं.
निर्देशक महेश मांजरेकर दर्शकों की नब्ज को जानते हैं और वह एक बड़ी टिकट और बड़े पैमाने पर एंटरटेनर से क्या चाहते हैं वह बखूबी जानते हैं. हालांकि, अंतिम की मुख्य समस्या भावनात्मक गहराई की कमी है. महेश, जिन्होंने अतीत में कई यथार्थवादी फिल्मों का निर्देशन किया है, जो गंभीर मुद्दों को दर्शकों के सामने ला चुके हैं. राहुल और मंदा के रोमांस जैसे सबप्लॉट असहाय किसानों के प्रति सहानुभूति पैदा करने में विफल रहते हैं.
अंतिम को सुपरस्टार से ज्यादा ए सलमान खान फिल्म के रूप में बिल किया जा सकता है, हालांकि यह नायक आयुष की फिल्म है. आयुष ने फिल्म में अच्छी एक्टिंग की है और अपने बड़े साले सलमान के सामने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. एक पुलिस वाले के रूप में वापसी करने वाले सलमान ने अंतिम में हल्का और अंडरप्लेड परफॉरमेंस दी है. इन सब के बावजूद भाई के फैंस को सलमान का पुलिस वाले के रूप में राजवीर का किरदार हमेशा याद रखा जाएंगे.
अंतिम को पूरी तरह से देखने का अनुभव आपको संजय दत्त की वास्तव की याद दिलाएगा, जिसे महेश द्वारा ही निर्देशित किया गया है. अंतिम के सभी गाने अच्छे हैं और इन में से किसी को भी भुलाया नहीं जा सकता है. फिल्म में घूंसे और थप्पड़ का बहुत ज्यादा इस्तेमाल आपको बोर कर सकता है. मंदा के रूप में महिमा मकवाना को सही तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया है और आयुष के साथ उनकी लव स्टोरी कहानी में कोई बढ़ावा नहीं देती है.
अंतिम मुलशी पैटर्न के करीब नहीं है, लेकिन यह अपने वादे पर खरा उतरता है - भाई के फैंस के लिए ढेरसारा एंटरटेनमेंट.
PeepingMoon अंतिम को देता है 2.5 मूंस