इमरान हाशमी स्टारर 'वाय चीट इंडिया' बॉक्सऑफिस पर रिलीज हो रही है. फिल्म इंडिया के भ्रष्ट एजुकेशनल सिस्टम की पोल खोलती है.इमरान हाशमी ने एक शिक्षा माफिया की भूमिका निभाई है जो डिग्री बेचने का रैकेट चलाता है और स्टूडेंट्स से लाखों रुपए लेकर उन्हें डिग्री दिलवाता है और एग्जाम में पास करवाता है.
भ्रष्ट शिक्षा प्रणाली की सच्चाई दर्शाने की बात पर सेंसर बोर्ड को फिल्म के टाइटल से आपत्ति हो गई थी जिसकी वजह से इसका टाइटल चीट इंडिया से वाय चीट इंडिया कर दिया गया.फिल्म के निर्देशक सौमिक सेन हैं और इसके निर्माता भूषण कुमार,कृष्ण कुमार, तनुज गर्ग और अतुल कस्बेकर हैं.
कहानी: इमरान हाशमी ने फिल्म में राकेश सिंह नाम के शख्स की भूमिका निभाई है जो सिस्टम की ठगी का शिकार हुआ है और इसी वजह से ठगी के धंधे में ही घुस जाता है.वह शिक्षा व्यवस्था की खामियों का फायदा उठाकर मेडिकल और इंजीनियरिंग में जाने का सपना देखने वाले स्टूडेंट्स से मोटी रकम लेकर उनकी जगह दूसरे बच्चों को परीक्षा में बैठाकर उन्हें पास करा देता है और इसी बिजनेस से करोड़पति बन जाता है.फिल्म की कहानी अपीलिंग है,रिलेवेंट टॉपिक भी है.
एक्टिंग: इमरान हाशमी ने बढ़िया एक्टिंग की है.वह अपने किरदार में घुसने की पूरी कोशिश करते हैं जिसे डायरेक्टर सौमिक सेन ने वन साइडेड रखा है लेकिन फिर भी सेन इमरान को उनकी चिर-परिचित सीरियल किसर से बाहर निकालने में उतने कामयाब नहीं हो पाए हैं क्योंकि फिल्म में गाने और किसिंग सीन बेवजह डाले गए हैं.फिर भी अपना हीरोइज्म दिखाने की इमरान ने पूरी कोशिश की है. बाकी स्टार्स की बात करें तो फिल्म से डेब्यू कर रहीं साउथ की एक्ट्रेस श्रेया धन्वंतरी ने नुपुर की भूमिका के साथ न्याय किया है.निर्दयी सत्तू की भूमिका में सिंग्धादीप चटर्जी बिलकुल फिट बैठे हैं.
मून: पीपिंगमून इस फिल्म को देता है 3.5 मून