Movie Review : सावी
कलाकार: दिव्या खोसलाम कुमार, अनिल कपूर, हर्षवर्धन राणे
लेखक : निखिल मल्होत्रा और शरण शर्मा
निर्देशक :अभिनय देव
निर्माता : भूषण कुमार, मुकेश भट्ट और टी सीरीज
रिलीज: 31 मई 2024
रेटिंग : 3.5 Moons
एक पत्नी अपने पति को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है, कम से कम हिंदी सिनेमा की दुनिया में तो कर ही सकती है। लेकिन कुछ भावनाएँ और घिसी-पिटी बातें कभी नहीं बदलतीं, चाहे सामग्री कितनी भी बदल जाए। मशहूर डेल्ही बेली फिल्म के डायरेक्टर यानी अभिनय देव ने एक बार फिर इसी एहसास की कहानी बयान करने की कोशिश की है। मेकर्स के अनुसार इसकी मूल कहानी, सावित्री और सत्यवान की कहानी पर आधारित है। इसी कारण फिल्म में दिव्या को सावी उपाधि मिली और पति का नाम सत्या है. आपको बता दें की फिल्म में दिव्या खोसला कुमार सावी का किरदार निभा रही है और उनके पति के किरदार में हर्ष वर्धन राणे नज़र आते हैं।
बात करें फिल्म की तो फिल्म की शूटिंग लिवरपूल में हुई है, एक ऐसा शहर जिसका हिंदी फिल्मों में ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह एक पत्नी द्वारा अपने पति को जेल से छुड़ाने और उसे कैद से छुड़ाने के प्रयास की कहानी बताती है। हालाँकि खोसला कभी-कभार कमज़ोर नज़र आती हैं, लेकिन यह फिल्म किसी भी तरह से उनकी भावनाओं को व्यक्त करने की क्षमता का अपवाद नहीं है। कथानक में उन्हें अपनी चालाकी और अपनी पीड़ा दोनों का उपयोग करने की आवश्यकता होती है ताकि वह उस स्थिति से बाहर निकल सके जिसे केवल एक कठिन पलायन कहा जा सकता है। सवी अपने मकसद में सफल होती हैं या नहीं बाई जानने के लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी।
इसके अलावा फिल्म में अनिल कपूर ने एक रहस्यमय और खतरनाक भूमिका निभाई है जिसको ज्यादा प्रमोशननहीं मिला है लेकिन फिल्म का सबसे अच्छा पहजेलु अनिल कपूर का ही है। अनिल इस थ्रिलर का तुरुप का इक्का है, जो अन्यथा बहुत ही उदास कहानी में कुछ हास्य डालने के लिए आता है। अनिल के बारे में कुछ बातें आपको वहां मौजूद रहकर और अच्छा समय बिताकर सबसे बेकार फिल्में भी देखने के लिए प्रेरित करती हैं। एक वक्त के सुपरस्टार आज जरूर ही साइड किरदार करने लगे है पर हाईलाइट ऑफ़ थे फिल्म तो खुद ही कहे जाते हैं।
फिल्म का म्यूजिक भी अच्छा है लेकिन किसी भी तरह से ये लोगों का ध्यान अपनी तरफ नहीं खींचता है। शूट लोकेशन से लेकर ग्राफ़िक्स सबकुच एकदम बढ़िया तरीके से ध्यान रख कर दिखाया गया है। ओवरआल सभी को सिनेमाघरों में जाकर एक बार ये फिल्म देखनी ही चाहिए। कम से कम महिलाओं को तो जरूर देखना चाहिए।