तिरुनेलवेली का एक गैंगस्टर, जो कि बाद में धारावी का किंग बन जाता है और फिर वह ताकतवर नेताओं और भू माफिया से जमीन को सुरक्षित रखने की लड़ाई लड़ता है. फिल्म की कहानी मुंबई के धारावी स्लम पर आधारित है. धारावी स्लम का राजा काला करिकालन (रजनीकांत) है जो यहाँ पर अपने परिवार के साथ रहता है. इस फिल्म में काला के एक छोटे से गांव से धारावी तक पहुंचने की कहानी को इस फिल्म के जरिये दिखाया गया है. काला धारावी में रहने वाले लोगो के प्रति लड़ता है. सभी लोग चुनाव के दौरान काला को ही वोट देते है, कला की बात सुनते है, काला को ही धारावी का राजा मानते है. काला धारावी में रहने वाले सभी लोगो की मदद करता है. एक दिन धारावी में जरीना (हुमा कुरैशी ) की वापसी होती है और रजनीकांत जरीना को देखकर बहुत खुश हो जाते है. जरीना की भी एक लम्बी कहानी है. जरीना सिंगर मदर है. धारावी में सब कुछ अच्छे से चल रहा होता है इसी बीच लोकल नवभारत राष्ट्रवादी पार्टी के मुखिया हरिदेव अभयंकर (नाना पाटेकर). काला और हरिदेव के बीच दुश्मनी रहती है. दोनों ही एक-दूसरे से दुश्मनी निकालने के पीछे पड़े रहते है.