टेलीविजन की दुनिया की मशहूर अदाकारा श्वेता तिवारी पर उनके एक्टिंग स्कूल में काम करने वाले एक टीचर ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. श्वेता की एक्टिंग स्कूल में बतौर टीचर काम कर चुकें राजेश पांडे का कहना है कि श्वेता उनके तकरीबन 52 हजार रुपए नहीं लौटा रही हैं. पिछले दो साल से वे उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वो जवाब नहीं दे रही है.
दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में राजेश ने बताया, 'मैं पिछले पांच सालों से श्वेता तिवारी की एक्टिंग स्कूल में एक्टिंग सिखाता था. साल 2012 से उनकी एकेडमी से जुड़ा था जहां तकरीबन 10-15 बच्चों को नियमित तौर से एक्टिंग सीखते थे. दुर्भाग्यवश दो साल पहले श्वेता को अपनी एक्टिंग स्कूल बंद करनी पड़ी क्योंकि वहां बच्चे नहीं आते थे. हांलाकि उन्होंने मुझे आश्वासन दिया था कि वे मेरे पैसे देंगी. आज दो साल हो गए हैं, ना ही उन्होंने मेरी बची सैलरी दी और ना ही इनकम टैक्स के नाम पर काटे हुए पैसे दे रही हैं.
राजेश आगे बताते हैं, 'आज जब कोरोना में सब लोग एक दूसरे की मदद को आगे आ रहे हैं इसके उलट श्वेता तिवारी जी मेरे पैसे जिनमें एक महीने की सैलरी 40000 है वापस नहीं दे रही हैं. हद तो यह भी है जो उन्होंने सैलरी का 10%टैक्स के नाम पर काटा कि वे उसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जमा करेंगी वो भी जमा नहीं करवाया जो लगभग 12000 का है. इधर 6-7 महीनों से सारे स्कूल बंद हैं। मैं आर्थिक रूप से बिलकुल खाली हो गया हूं.' "मैंने श्वेता को इस बीच कई बार कहा कि प्लीज मेरे पैसे दे दीजिए लेकिन न तो वो कुछ रिप्लाई करती हैं न ही मेरा फोन उठाती हैं. उन्होंने कई बार मुझे ब्लॉक भी कर दिया. अभी मैं अपने घर का रेंट भी नहीं दे पा रहा हूं.'
राजेश को उम्मीद है कि श्वेता की ये बात लोगों तक पहुंचने के बाद, वे उनका पैसा लौटा देंगी. उनका कहना हैं, 'वो एक स्त्री हैं उनका सम्मान भी करता हूं लेकिन उनका ये रवैया माफी के लायक नहीं है. ऐसे समय में जब पैसे किसी के पास नहीं हैं, मैं कहां जाऊं और किससे मदद मांगू. 'कितने लोगों के लिए श्वेता तिवारी एक प्रेरणा हैं. लोग उन्हें पसंद करते हैं लेकिन उनका दूसरा चरित्र वो है जिसे मैं देख रहा हूं. खुद की हालत पर शर्मिंदा हूं. मेरे पास अब इतने पैसे हैं कि मैं 3-4 दिन खाना खा सकता हूं. उम्मीद करता हूं मेरी ये गुहार देखकर वो मेरे पैसे लौटा दें.'
(Source: Dainik Bhaskar)