लॉकडाउन में नकुल मेहता बिलकुल नहीं ऊबे होंगे. नए साल में नकुल जीवन के दुसरे चरण को एन्जॉय करेंगे क्यूंकि बहुत जल्द वो पत्नी जानकी पारेख के साथ अपने पहले बच्चे का स्वागत करेंगे. चूंकि बहुत जल्द दोनों पेरेंटहुड एन्जॉय करेंगे, नकुल ने इस बारे में बात की कि कैसे उन्हें कोरोना ने एफेक्ट किया. पीपिंगमून के साथ बातचीत में नकुल ने बात करते हुए बताया कि लॉकडाउन में उन्होंने क्या सीखा.
नकुल ने कहा, 'एक बात जो मैंने इस वर्ष निश्चित रूप से सीखी, वह थी अपने आप को गंभीरता से न लेना. सुशांत (सिंह राजपूत) के निधन के बाद हुए पूरे सर्कस ने हम सभी को प्रभावित किया. हम बाहरी लोग इसी तरह की महत्वाकांक्षाओं और सपनों के साथ आते हैं, ताकि ईमानदारी से काम किया जा सके. फिर ऐसा कुछ होता है और यह आपको हिला देता है लेकिन इसके बाद और भी चौंकाने वाला था.'
नकुल ने अपनी 'पोयम्स फ़ॉर डेमोक्रेसी' के पीछे के विचार को साझा किया. 'पिछले कुछ वर्षों से, देश का विचार बदल रहा है, और यह परेशान करने वाला है. एक नागरिक और एक कलाकार के रूप में. एकमात्र अपनी कला के जरिये इसे कहा जा सकता है. मैं इसके बारे में बाहर जाकर और सोशल मीडिया पर बात नहीं करना चाहता था. हम कलाकार हैं. बिना नाम लिए, शब्दों, कविताओं में भावनाओं को रख सकते हैं, लेकिन एक संवाद है.'