'अगर विकास के साथ जीना है तो पर्यावरण को बचा नहीं सकते और अगर पर्यावरण को बचाने जाओ तो विकास बेचारा उदास हो जाता है.’ ये संवाद फिल्म ‘शेरनी’ की पूरी कहानी एक लाइन में बयां कर देता है. संसार की इसी चुप्पी पर निर्देशक अमित मसुरकर ने दिल खोल कर दिखाया. जन , जंगल और जिंदगी के बीच बनी अमित की ये फिल्म उस फिल्मकार की विकसित होती शैली की एक और बानगी है जिसकी पिछली फिल्म ‘न्यूटन’भी इन तीन मुद्दों की भूलभुलैया का रास्ता तलाश रही थी. विद्या बालन, विजय राज, शरत सक्सेना, इला अरुण, मुकुल चड्डा, नीरज काबी और बृजेंद्र कला स्टारर शेरनी 18 जून, 2021 को प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हुई थी. फिल्म को दर्शकों ने हाथों हाथ पसंद किया.
'शेरनी' की सफलता पर दिग्गज कलाकार इला अरुण और शरत सक्सेना ने पीपिंगमून से खास बात चीत की. इला ने फिल्म में विद्या की सास का किरदार निभाया है. वे फिल्म में जैसे ही एंट्री लेतीं है, दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. वहीं 'शेरनी' में शिकारी पिंटू भैया के किरदार के लिए वरिष्ठ कलाकार शरत सक्सेना को काफ़ी तारीफ़ें मिल रही हैं. हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में 50 साल पूरे कर चुके शेरनी को शरत बतौर कलाकार अपने लिए नई शुरुआत मानते हैं.
खास बातचीत के दौरान इला और शरत ने अपने किरदार की खासियत, निर्देशक अमित मसुरकर के विजन, विद्या बालन और लोकल आर्टिस्ट के साथ काम करने पर दिल खोल कर बातचीक की.