26 जनवरी 2021 को देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसक घटना और लाल क़िले पर सिखों के पवित्र झंडे निशान साहब फहराने के पीछे पंजाबी एक्टर और किसान आंदोलन के सपोर्टर दीप सिद्धू का नाम सामने आया है. वहीं दीप सिद्धू पर भड़काऊ भाषण देने और उपद्रव फैलाने के लिए पुलिस ने FIR दर्ज की है. वहीं आरोपों के बाद से दीप सिद्धू गायब है.
वहीं बता दें कि, सिद्धू ने लाल क़िले की घटना के बाद, रात को फ़ेसबुक लाइव के माध्यम से अपनी सफाई दी. दीप ने कहा, 'हमने कोई झंडा नहीं उतारा, बल्कि अपना निशान साहिब और किसान मज़दूर एकता का झंडा वहां लहराया. यह पूरी संगत का गुस्सा था, ना कि मेरे अकेले की कार्यवाही. मैंने किसी को आगे नहीं बढ़ाया. यह सब जोश-जोश में हुआ. किसी को उकसाया नहीं गया.'
वहीं बता दें कि, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की माने तो 26 जनवरी को पुलिस द्वारा जो लगभग दो दर्जन FIR दर्ज की गई है उसमें दीप सिंधु और लक्खा सिंह का भी नाम शामिल हैं, दिल्ली पुलिस की माने तो सरकारी खजाने का को क्षति पहुंचाने, भारतीय दंड संहिता के तहत पुलिस ने ये मामला दर्ज किया लिया है.
ये भी बता दें कि, दीप सिद्धू के बारे में पंजाब के बाहर अधिकतर लोगों ने उस वक्त जाना जब पिछले साल नवंबर में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में सिद्धू सिंघु बॉर्डर पर किसानों संग खड़ा था. वीडियो में वह एक पुलिस अधिकारी से अंग्रेजी में बात करते हुए देखा गया. शुरुआत में वीडियो 'अंग्रेजी बोलने वाले किसान' के रूप में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वहीं पिछले हफ्ते एनआईए ने सिद्धू को सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) मामले की जांच के सिलसिले में पेश होने के लिए समन भेजा था, जो पिछले साल 15 दिसंबर को दर्ज किया गया था. यहां तक कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भी सिद्धू से दूरी बनाई और किसानों को लालकिले की ओर ले जाने का आरोप लगाया. एसकेएम ने कहा कि सिद्धू सोमवार रात को एक मंच पर दिखे और भड़काऊ भाषण देकर तोड़फोड़ की.
(Source: News18)